UP Politics: भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले संभल में खेला जाट कार्ड, आइएनडीआइए और रालोद की वजह से चला ये दांव
Lok Sabha Elections 2024 लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी की सभी 80 सीटों को जीतने की दावेदारी ठोक रही भाजपा ने आज नए जिलाध्यक्षों की सूची जारी की है। भाज ...और पढ़ें

संभल, जेएनएन। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने सांगठनिक रूप से संभल में जाट कार्ड खेल दिया है। आइएनडीआइए बनने व रालोद को लेकर चल रही कस्मकश के बीच, यह बीच का ही रास्ता भाजपा ने चुना। जाट लैंड में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने वाले हरेंद्र सिंह रिंकू को जिलाध्यक्ष बनाकर भाजपा ने लोकसभा चुनाव की पहली बिसात सजा दी है।
चूंकि विधानसभा चुनाव 2022 असमोली से भाजपा के टिकट पर लड़कर हरेंद्र सिंह ने कई नेताओं के समीकरण बिगाड़ दिए थे। जहां से भाजपा 70 से 7 हजार वोट मुश्किल से पाती थी वहां पर 86 हजार से ज्यादा मत पाकर उन्होंने मुस्लिम गांवों तक में सेंधमारी कर ली थी।
ऐसे में जब नए जिलाध्यक्ष के नाम की सुगबुगाहट शुरू हुई तो चुनाव के समय जो रणनीति उन्होंने बनाई उसका लाभ भी उन्हें मिल गया। पैनल के तीन नाम में वह ऊपर ही रहे। जबकि कशमकश जाट चेहरे को लेकर बनी रही थी।
यह सामने आया था कि मुरादाबाद मंडल के किसी भी जिले में यदि जाट चेहरा जिलाध्यक्ष बना तो इनका पत्ता कट सकता है लेकिन संगठन ने संभल के जाट लैंड को बाकी से ऊपर रखा। असमोली का ज्यादा हिस्सा अमरोहा से लगता है ऐसे में अच्छी पैठ रखने की वजह से इन पर प्रदेश अध्यक्ष ने दांव खेल दिया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।