नक्श ए पा हवाओं के को साहित्य अकादमी पुरस्कार
सम्भल। जाने माने शायर कैफी सम्भली के बेटे को उनकी उर्दू में लिखी शायरी की किताब को साहित्य अकादमी यु ...और पढ़ें

सम्भल। जाने माने शायर कैफी सम्भली के बेटे को उनकी उर्दू में लिखी शायरी की किताब को साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्हें अकादमी के सचिव ने ट्रॉफी व पचास हजार रुपये का चेक देकर सम्मानित किया।
नगर के चन्दौसी मार्ग स्थित नूरियो सराय में रहने वाले शायर कैफी सम्भली की देश के जाने माने शायरों में गिनती की जाती है। कहते हैं कि बच्चों में जो गुण व संस्कार आते हैं वह परिवार से ही आते हैं। यहां पर भी कुछ ऐसा ही हुआ। कैफी सम्भली के बेटे अमिर इमाम को उनकी वर्ष 2013 में उर्दू में प्रकाशित शायरी की किताब नक्श ए पा हवाओं को वर्ष 2015 साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अमिर ने बताया कि यह उनकी पहली किताब है। जिसमें उन्होंने उर्दू में शायरी लिखी हैं। देश भर की उर्दू भाषा में लिखी सैकड़ों किताबों में से इस का चयन वर्ष 2015 युवा पुरस्कार के लिए किया गया। जानकारी होने पर वह झूम उठे। 18 नवंबर को नई दिल्ली के तानसेन मार्ग पर त्रिवेणी कला संगम में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान साहित्य अकादमी के सचिव डॉ. के श्रीनिवासराओ ने उन्हें पुरस्कार स्वरूप पचास हजार रुपये की राशि का चेक व एक ट्राफी देकर सम्मानित किया गया।

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