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कागजों में सिमटी ढमोला नदी किनारे रिवर फ्रंट बनाने की योजना

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत ढमोला नदी किनारे बनाया जाना वाला रिवर फ्रंट योजना अधर में लटकी है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Jul 2022 11:49 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jul 2022 11:49 PM (IST)
कागजों में सिमटी ढमोला नदी किनारे रिवर फ्रंट बनाने की योजना

कागजों में सिमटी ढमोला नदी किनारे रिवर फ्रंट बनाने की योजना

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सहारनपुर, जेएनएन। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत ढमोला नदी किनारे बनाया जाना वाला रिवर फ्रंट योजना अधर में लटकी है। तीन वर्ष बाद भी योजना काम शुरू नहीं हो पाया है। अब महानगर में जाम की समस्या के निदान के लिए बनाई गई इस योजना से पल्ला झाड़ने की तैयारी है। वर्ष 2019 में ढमोला नदी के किनारे रिवर फ्रंट बनाने की योजना तैयार की गई थी, जिसे बाद में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल कर दिया गया था। योजना के तहत ढमोला और पांवधोई के संगम स्थल का सौंदर्यीकरण करने के अलावा जेल चुंगी ब्रिज से देहरादून रोड को जोड़ते हुए नदी के किनारे सड़क बनाया जाना प्रस्तावित था, जो कि मिनी बाइपास होने के साथ ही शहर में लगने वाले जाम की समस्या के निदान में सहायक होती, यह अब कागजों में सिमट गई है। योजना पर शुरू नहीं हो पाया काम पांवधोई और ढमोला नदी महानगर के मध्य से होकर बहती है। पांवधोई नदी देहरादून रोड स्थित एसएएम इंटर कालेज के पुल के निकट ढमोला नदी में मिल जाती है, यहां दोनों नदियों का संगम स्थल काफी विस्तृत होने के कारण बहकर आने वाली गंदगी जमा हो जाती है। नवंबर 2017 में निगम बोर्ड का गठन होने के बाद से ही इन नदियों को स्वच्छ करने की खानपूरी की जाती रही। बाद में स्मार्ट सिटी में सहारनपुर के चयन के बाद यहां कई बड़ी योजनाएं बनाई गई तथा नगर निगम और सिचाई विभाग द्वारा रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट प्रमुख सचिव के साथ हुई बैठक में रखा। तत्कालिक राज्य स्तरीय तकनीकी समिति की प्रमुख सचिव नगर विकास दीपक कुमार की अध्यक्षता में लखनऊ में हुई बैठक में स्मार्ट सिटी परियोजना में कराए जाने वाले प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान कर दी गई थी। जिसके तहत ढमोला नदी पर रिवर फ्रंट डेंवलपमेंट और शहर के पुराने क्षेत्रों में सीवरेज सिस्टम संबंधी प्रस्ताव शामिल थे। 22.43 करोड़ की है योजना देहरादून रोड के निकट पांवधोई नदी ढमोला नदी में ही मिल जाती है। इसी नदी के किनारे सड़क बनाना प्रस्तावित था जिसे जेल चुंगी ब्रिज से अंबाला-देहरादून मार्ग को लिंक करने के लिए एक बाइपास के रूप में विकसित करने की योजना थी। 22.43 करोड़ रुपये की इस परियोजना से लोगों को शहर में रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के साथ बेहतर यातायात की सुविधा मिलने सी संभावना बढ़ गई थी। कई वर्ष बाद भी योजना पर कार्य शुरू नहीं हो पाना नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहा है तथा अब इस योजना से ही किनारा करने की जानकारी मिली है। इनका कहना है इस योजना जानकारी में नहीं है, वह अभी स्थानांतरित होकर आई है। योजना के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त होने पर ही कुछ बता पाना संभव होगा। -गजल भारद्वाज, नगर आयुक्त सहारनपुर।


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