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    अंबेहटा से वाया खेड़ा अफगान सहारनपुर जाने वाला मार्ग की हालत बदतर

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 03 Oct 2021 07:25 PM (IST)

    खेड़ा अफगान में जनपद के महत्तपूर्ण कस्बों को जोड़ने वाले खेड़ा अफगान अंबेहटा फंदपुरी मार्ग की हालत बद से बदतर हो गई है। कऱीब 12 किमी लंबा यह मार्ग गढ्ढो ...और पढ़ें

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    अंबेहटा से वाया खेड़ा अफगान सहारनपुर जाने वाला मार्ग की हालत बदतर

    सहारनपुर, जेएनएन। खेड़ा अफगान में जनपद के महत्तपूर्ण कस्बों को जोड़ने वाले खेड़ा अफगान अंबेहटा फंदपुरी मार्ग की हालत बद से बदतर हो गई है। कऱीब 12 किमी लंबा यह मार्ग गढ्ढों में तब्दील हो जाने के बाद आए दिन हादसों को दावत दे रहा हैं। आये दिन दुपहिया वाहन चालक व सवारी गिरकर चोटिल हो रहे है।

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    सहारनपुर से गंगोह मार्ग वाया खेड़ा अफग़ान से राहगीर गंगोह को होते हुये चौसाना, करनाल (हरियाणा) जाते है, तो वही गंगोह तीतरों व जलालबाद को होते हुये दिल्ली तक का सफर होता है।इसी मार्ग पर हाईवे अंडर पास के माध्यम से हरियाणा, पंजाब व हिमाचल जैसे राज्य को जोड़ता है। तीतरों, गंगोह, अंबेहटा, खेड़ा अफगान, फंदपुरी सहित कई नगरों का जनपद मुख्यालय को जोड़ने के लिये एक मात्र मार्ग यही है। खेडा अफगान के आबादी वाले क्षेत्र मे दो दो फीट गढ्ढे बने हुये है। बारिश के बाद सड़क पर तालाब जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। गांव चापरचीडी, रणदेवा, मोहद्दीनपुर

    कलरी, मच्छरहेड़ी, भूरी बांस, धौराला, अमरपुर सहित दर्जनों गांव के ग्रामीण इसी टूटे हुये मार्ग से अपनी जान जोखिम में डालकर अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। बरसात मे इस मार्ग की हालत और भी दयनीय हो जाती है।बरसात के कारण गड्ढों में पानी भरने से गढ्ढो की गहराई का अंदाजा नही होता और वाहन स्वामी गिरकर चोटिल हो जाता है। बरसात से पूर्व अंबेहटा-फंदपुरी मार्ग पर पेंच वर्क का कार्य किया गया किन्तु बरसात मे मार्ग पर गिरा मेटेरियल भी उखड़ गया है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि तीस साल के लंबे अरसे मे मात्र दो बार यह सडक बनायी गयी है। ट्रांसपोर्टर लोगों का कहना है कि सड़क में गड्ढों के कारण वाहन तो खराब होते ही हैं साथ मे वाहनों का मेंटीनेंस भी बढ़ जाता है। 25 किमी का सफर पूरा करने के लिये एक घंटा लग जाता है, जिससे राहगीरों को बडी समस्या का सामना करना पडता है। राहगीरों की मांग हैं कि उक्त मार्ग को पुन: बनाया जाए।