किन्नर समाज के दो गुटों में चले लाठी-डंडे, आधा दर्जन घायल
गत करीब पन्द्रह-बीस दिन से इलाके के बंटवारे को लेकर किन्नर समाज की रेणू व ममता के गुटों के बीच चल रहे विवाद में फैसले को लेकर किन्नर समाज के जिम्मेदार लोगों की पंचायत हुई। इसी दौरान किसी बात को लेकर पंचायत में दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे व धारदार हथियार चले जिसमें करीब आधा दर्जन किन्नर घायल हो गए।

सहारनपुर, जेएनएन। गत करीब पन्द्रह-बीस दिन से इलाके के बंटवारे को लेकर किन्नर समाज की रेणू व ममता के गुटों के बीच चल रहे विवाद में फैसले को लेकर किन्नर समाज के जिम्मेदार लोगों की पंचायत हुई। इसी दौरान किसी बात को लेकर पंचायत में दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे व धारदार हथियार चले, जिसमें करीब आधा दर्जन किन्नर घायल हो गए। किन्नरों के दोनों गुटों ने थाना पहुंच तहरीर देते एक दूसरे पर मारपीट किए जाने का आरोप लगाया।
मंगलवार को करीब पांच बजे रेणु किन्नर के घर पर किन्नर समाज के जिम्मेदार लोगों द्वारा दोनों गुटो के बीच सुलह कराने के लिए पंचायत बुलाई गई थी। पंचायत में क्षेत्र के बटवारे को लेकर दोनों गुटों में पहले कहासुनी हुई, जिसके बाद दोनों गुट आमने-सामने आ गए व दोनों गुटों में जमकर लाठी- डंडे व धारदार हथियार चले, जिसमें रेणु पक्ष के किन्नर पापिन, रश्मि, आसू, मीनू समेत दोनों पक्ष के करीब आधा दर्जन के किन्नर घायल हो गए। थाना पहुंचे रेणु व ममता पक्ष के किन्नरों ने एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाते हुए थाना में तहरीर दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ताले तोड़कर फर्म में घुसी जीएसटी की एसआईबी टीम ने शुरू की जांच
सहारनपुर : बोगस बिल जारी करने की सूचना मिलने पर एक फर्म के कार्यालय पर पहुंची जीएसटी की एसआइबी टीम की सूचना मिलते ही फर्म मालिक फरार हो गया। करीब तीन घंटे इंतजार करने के बाद विभागीय अधिकारियों ने पुलिस की मौजूदगी में ताला तोड़कर फर्म की जांच शुरू कर दी है।
जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2 रामबाबू गौड के निर्देश पर मंगलवार को ज्वाइंट कमिश्नर एसआइबी राममूरत के नेतृत्व में एसआइबी की टीम देहरादून रोड स्थित एल्यूमिनियम की सीढ़ी बनाने वाली एक फर्म पर पहुंची। सूचना दिये जाने के करीब तीन घंटा बीत जाने के बावजूद जब फर्म का मालिक मौके पर नहीं आया तो पुलिस को मौके पर बुला फर्म के ताले तोड़कर जीएसटी एसआइबी की टीम अंदर दाखिल हुई। जहां जांच-पड़ताल चल रही है। ज्वाइंट कमिश्नर राममूरत व डीसी एसआईबी बृजेश कुमार ने बताया कि इस फर्म के संबंध में शिकायत मिली थी कि यह फर्जी बिल बनाकर माल सप्लाई करता है। इसकी जांच के लिए टीम दोपहर दो बजे यहां पहुंच गई थी। मगर सूचना दिये जाने के तीन घंटे बाद भी जब फर्म का मालिक नहीं आया तो पुलिस की मौजूदगी में ताले तोड़कर जांच का कार्य आरंभ किया गया है जो देर रात तक जारी रहेगा। पूरी जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि कहां-कहां गड़बड़ी है, उसके बाद ही फर्म के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। जांच करने वाली टीम में डीसी एसआईबी मनोज कुमार विश्वकर्मा, एसी अनिता गौर, उमा शंकर विश्वकर्मा, एसी अमित कुमार आदि मौजूद रहे।
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