दारोगा अर्जुन सिंह की मौत से सीकरी में मातम
चिलकाना के किसान परिवार से जुड़े गांव सीकरी कलां के पूर्व प्रधान धीरज सिंह के युवा दारोगा पुत्र की सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया
सहारनपुर, जेएनएन। चिलकाना के किसान परिवार से जुड़े गांव सीकरी कलां के पूर्व प्रधान धीरज सिंह के युवा दारोगा पुत्र की सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया तथा गांव में मातम पसर गया। हर कोई दुखी परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहा है। मगर परिवार के सदस्य हादसे की सूचना के तुरंत बाद प्रतापगढ़ के लिए निकल गए।
चिलकाना के गांव सीकरी कलां निवासी धीरज सिंह के पुत्र अर्जुन सिंह रावल ने पुलिस विभाग में 1997 कांस्टेबल के रुप में अपनी सेवाएं देते हुए नौकरी शुरु की थी। 2012 में हुई दारोगा परीक्षा में पास होकर अर्जुन सिंह रावल दारोगा बन गये तथा मेरठ जनपद के थाना नौचंदी सहित अनेक थानों में कार्य किया। अर्जुन सिंह रावल की योग्यता को देखते हुए विभाग ने अर्जुन सिंह रावल को थाना नौचंदी का थाना प्रभारी बनाया तथा कुछ समय बाद आइजी मेरठ जोन का पीआरओ बनाया गया। एक वर्ष पूर्व अर्जुन सिंह रावल का तबादला जनपद प्रतापगढ़ हो गया था। वहां भी अपनी योग्यता के बल पर अर्जुन सिंह रावल को थाना कोहडौर का थाना प्रभारी बनाया गया था। अर्जुन सिंह रावल को कुछ समय पूर्व अनेक साहस तथा योग्यता को देखते हुए पुलिस विभाग ने वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। अर्जुन सिंह रावल के पिता चौधरी धीरज सिंह सिंह लंबे समय से जागरण परिवार के सदस्य हैं।
अर्जुन सिंह रावल बृहस्पतिवार को मेरठ स्थित अपने परिवार से मिलने के बाद अपनी स्कार्पियो गाडी से प्रतापगढ़ जा रहे थे। जनपद कन्नौज के तालाग्राम थाना क्षेत्र में एक्सप्रेस वे पर एक कंटेनर से टकराने से हादसा हो गया। घटना के बाद अर्जुन सिंह रावल को कन्नौज के तिर्वा मेडिकल कालेज ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घाषित कर दिया। अर्जुन सिंह रावल अपने पीछे अपनी पत्नी के अलावा एक 17 वर्षीय पुत्री तथा एक 15 साल का बेटा छोड़ गये है।
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