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    कपड़ा मंत्रालय के सचिव ने सुने निर्यातकों के सुझाव व समस्याएं

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 29 Jul 2021 11:15 PM (IST)

    भारत सरकार के कपड़ा मंत्रालय में सचिव और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी यूपी सिंह ने इंडिया एक्सपो सेंटर और मार्ट ग्रेटर नोएडा का दौरा कर हस्तशिल्प क्षेत्र का अवलोकन कर प्रमुख निर्यातकों से हस्तशिल्प क्षेत्र से संबंधित समस्याओं एवं सुझावों पर चर्चा की।

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    कपड़ा मंत्रालय के सचिव ने सुने निर्यातकों के सुझाव व समस्याएं

    सहारनपुर, जेएनएन। भारत सरकार के कपड़ा मंत्रालय में सचिव और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी यूपी सिंह ने इंडिया एक्सपो सेंटर और मार्ट ग्रेटर नोएडा का दौरा कर हस्तशिल्प क्षेत्र का अवलोकन कर प्रमुख निर्यातकों से हस्तशिल्प क्षेत्र से संबंधित समस्याओं एवं सुझावों पर चर्चा की। ईपीसीएच के चेयरमैन राजकुमार मल्होत्रा ने उन्हें ईपीसीएच के 35 वर्षों के इतिहास की और सेक्टर के निर्यात प्रदर्शन की जानकारी दी।

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    ईपीसीएच के महानिदेशक डा. राकेश कुमार ने हस्तशिल्प निर्यात को मौजूदा स्तर यानी 25 हजार करोड़ रुपये से दोगुना 50 हजार करोड़ रुपये करने पर चर्चा करने के संबंध में एक प्रस्तुति दी। दोतरफा संवाद और मुलाकात के दौरान निर्यातकों ने सचिव, कपड़ा मंत्रालय के समक्ष हस्तशिल्प क्षेत्र के निर्यात एवं आवश्यक उपकरणों आदि के मुद्दे उठाए। मुरादाबाद के अवधेश अग्रवाल ने भी विचार रखे।

    बैठक में ईपीसीएच के उपाध्यक्ष कमल सोनी, हाल में ही ईपीसीएच के अध्यक्ष रहे रवि के पासी, अरशद मीर, नबील अहमद, अवधेश अग्रवाल, रजत अस्थाना, प्रिस मलिक, लेखराज माहेश्वरी, राजेश जैन, लाली साहनी, अनु ढहल, हरि दादू (खुर्जा), अशोक अरोड़ा, तफसीर अहमद, विनीत भाटिया, राजेंद्र गुप्ता आदि शामिल रहे। सचिव (कपड़ा मंत्रालय) ने निर्यातकों के सभी मुद्दों को धैर्यपूर्वक सुना और जल्द से जल्द समाधान के लिए संबंधित विभागों के साथ मुद्दों को उठाने का आश्वासन दिया।

    प्राधिकरण सचिव ने समस्या सुनीं

    सहारनपुर : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/सिविल जज (एसडी) हृषीकेश पांडेय ने किशोर अपचारियों से वार्ता कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने किशोर अपचारियों का डाक्टर से निरंतर स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने के निर्देश देते कहा कि किशोर बंदियों को कोई विधिक सहायता चाहिए तो वह अधीक्षक के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। सिविल जज हृषीकेश पांडेय ने गुरुवार को बाल संप्रेषण गृह गौतमबुद्वनगर का वर्चुअल निरीक्षण एवं विधिक साक्षरता शिविर को संबोधित करते हुए यह बात कही।