Chandrashekhar Attack: अंबाला से हुई थी कार की व्यवस्था, री-क्रिएशन कर पुलिस खाेलेगी हमले की साजिश की परतें
रोहतक में रची गई हमले की साजिश जल्द सामने आएगी वजह। पुलिस ने इस मामले में एक रोहतक तो तीन रणखंडी के युवकों को पकड़ा। चारों युवकों से हो रही पूछताछ कप्तान बोले-जल्द खुलेगा हमले का राज। भीम आर्मी ने सहारनपुर में तीन तारीख को महापंचायत का एलान किया गया है। जेड प्लस सुरक्षा की मांग गृह मंत्रालय से की गयी है।

जागरण संवाददाता, सहारनपुर। आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर पर हुए हमले के मामले पुलिस जिन युवकों को पकड़ा था, उनमे से अधिकतर को छोड़ दिया है। जबकि चार युवकों को अभी नहीं छोड़ा है। इन युवकों में तीन युवक रणखंडी के रहने वाले हैं तो एक युवक रोहतक का रहने वाला है। हमले की साजिश रोहतक में ही रची गई थी।
अंबाला से कार की व्यवस्था की
रोहतक के युवक ने ही अंबाला से कार की व्यवस्था कराई थी। अब पुलिस री-क्रिएशन कराने के बाद ही इस हमले का राजफाश करेगी। एसएसपी विपिन ताडा का कहना है कि कुछ युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। री-क्रिएशन के बाद जल्द ही इस हमले का राजफाश किया जाएगा।
आखिर क्यों किया गया हमला, क्या है वजह
चंद्रशेखर पर हमला क्यों किया गया, यह हर कोई वजह जानना चाहता है। इसलिए वजह का पता करने के लिए अभी पुलिस को कुछ और लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करनी होगी। यहीं कारण है कि पुलिस की एक टीम उत्तराखंड के नैनीताल, देहरादून, हरिद्वार आदि स्थानों पर छापेमारी कर रही है। जबकि दूसरी टीम हरियाणा के यमुनानगर, रोहतक, अंबाला, करनाल में डेरा जमाए हुए है। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि हमला कराने वाला कोई और है और हमले करने वाले अलग है। जिन्होंने हमला किया है। उन्हें हायर किया गया है।
दो जुलाई तक नहीं खुला तो होगा आंदोलन : भीम आर्मी
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन का कहना है कि यदि पुलिस ने दो जुलाई तक इस हमले का राजफाश कर दिया तो ठीक है। वरना तीन जुलाई को सहारनपुर में एक महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। इस पंचायत में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर को गृह मंत्रालय को जेड प्लस की सुरक्षा देनी चाहिए। इसके अलावा भीम आर्मी ने मांग रखी है कि हमलावर करने वालों पर रासुका भी लगाई जाए। इसके अलावा फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए। भीम आर्मी के उच्च पदाधिकारियों को शस्त्र लाइसेंस और सुरक्षा दी जाए।
यह है पूरा मामला
गत बुधवार को चंद्रशेखर अपने समर्थकों के साथ गाड़ी में देवबंद से निकल रहे थे। उसी समय चंद्रशेखर के पीछे एक कार लगी और कार में से ही हमलावरों ने दो से तीन राउंड फायरिंग चंद्रशेखर पर की। जिसमें एक गोली चंद्रशेखर के पेट को छू-कर निकल गई।

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