नौकरी दिलाने के नाम पर टूरिस्ट वीजा पर भेज दिया मलेशिया, ढाई लाख ठगे, अवैध तरीके से बार्डर भी क्रास कराया
Saharanpur News: सहारनपुर के गांव बढ़ेडी कोली निवासी महबूब ने विदेश में नौकरी के नाम पर ढाई लाख की ठगी की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज कराई है। प ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक फोटाे
संवाद सूत्र, जागरण, नागल, (सहारनपुर)। गांव बढ़ेडी कोली निवासी महबूब पुत्र मजीद ने विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी किए जाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज करायी है।
पीड़ित महबूब ने बताया कि अपने ही गांव के शाहरुख जो चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड में फेरी का काम करता हैं। उसके माध्यम से उसकी मुलाकात एक एजेंट से हुई थी, जो विदेश भेजने का काम करता है। पीड़ित के अनुसार एजेंट ने उसके बेटे मोहसीन को मलेशिया में गैस स्टोव फिटिंग के काम पर भेजने का आश्वासन दिया था और इसके लिए ढाई लाख रुपये की मांग की थी।
आरोप है कि 20 अगस्त को एजेंट ने 80 हजार रुपये नगद एडवांस ले लिए तथा एक स्टांप पर शर्तें भी लिखवाईं, जिसमें एयरपोर्ट से उतरते ही कंपनी का परमिट दिलाने का वादा किया गया था। आरोप है कि 31 अगस्त को फ्लाइट टिकट के नाम पर 20 हजार रुपये ऑनलाइन लिए गए और बैंकाक का टिकट कराकर कहा गया कि वहां से मलेशिया भेज दिया जाएगा।
2 सितंबर को बैंकाक पहुंचने पर भी एजेंट ने 29,500 रुपये और मंगवा लिए, लेकिन मलेशिया की फ्लाइट का टिकट नहीं कराया। इसके बजाय अवैध तरीके से सड़क मार्ग से मलेशिया बार्डर क्रॉस कराया गया। पीड़ित ने बताया कि कुछ दिन बाद फिर 6 सितंबर को 20 हजार रुपये और लिए गए।
मलेशिया पहुंचने पर जब बार्डर की मोहर लगी तो पता चला कि उसका वीजा, टूरिस्ट वीजा है, जिसकी अवधि भी समाप्त होने वाली थी। इसके बाद भी एजेंट ने 20 हजार रुपये और आनलाइन मंगवा लिए। ठगी का एहसास होने पर किसी तरह टिकट कराकर 20 सितंबर को बेटे को भारत वापस बुलाया गया।
पीड़ित का आरोप है। कि अब तक एजेंट को कुल रकम दिए जाने के बावजूद उसने केवल 7 हजार रुपये ही वापस किए हैं और बाकी रकम लौटाने से साफ इनकार कर रहा है। पीड़ित महबूब ने बताया कि वह बीमार है और इलाज के लिए पैसों की सख्त जरूरत है।

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