Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Saharanpur News : मधुसूदन डेयरी प्लांट के ईंधन यार्ड में लगी आग, मची अफरातफरी, लाखों का नुकसान

    By Jagran News Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Mon, 13 Oct 2025 09:14 PM (IST)

    Saharanpur News : सहारनपुर के नानौता में मधुसूदन डेयरी प्लांट के ईंधन यार्ड में आग लगने से अफरातफरी मच गई। आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। प्लांट मैनेजर के अनुसार, इस घटना में 40 से 50 लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।

    Hero Image

    नानौता स्थित मधुसूदन डेयरी प्लांट के ईंधन यार्ड में लगी आग। जागरण

    संवाद सूत्र, जागरण, नानौता (सहारनपुर)। नानौता कस्बे के बाहर स्थित मधुसूदन डेयरी प्लांट के ईंधन यार्ड में सोमवार शाम को आग लग गई। भीषण लपटें उठती देख पड़ोसी किसान ने प्लांट में घटना की सूचना दी। जानकारी मिलते ही प्लांट कर्मचारियों ने पानी के पाइपों और अग्निशमन यंत्रों की मदद से आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग फैल गई। सूचना पर फायर ब्रिगेड की चार-पांच गाड़ियों के साथ पहुंचे मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रताप सिंह ने टीम के साथ मिलकर बामुश्किल आग पर काबू पाया। प्लांट मैनेजर श्रवण कुमार पंवार ने बताया कि आग लगने से करीब 40 से 50 लाख रुपये का नुकसान होने की आशंका है।
    नानौता रेलवे स्टेशन मार्ग पर एसएमसी फूड्स के नाम से स्थित मधुसूदन डेयरी प्लांट के परिसर में बनाए गए ईंधन यार्ड में सोमवार शाम को अचानक आग लग गई। लपटें उठती देख पास ही अपने खेत पर गए किसान अजमल खान ने प्लांट में घटना की जानकारी दी।
    आग लगने का पता चलते ही प्लांट में काम कर रहे कर्मचारियों के साथ ही प्लांट मैनेजर श्रवण कुमार पंवार ने प्लांट में उपलब्ध अग्निशमन यंत्रों और पानी के पाइपों की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन आग फैल गई। इसी बीच सूचना पर दमकल विभाग की पांच गाड़ियों के साथ सीएफओ प्रताप सिंह भी पहुंच गए और आग बुझाने में जुट गए। हालांकि तब तक पराली के ढेर में आग पूरी तरह लग चुकी थी। टीम ने बामुश्किल आग पर काबू पाया।
    प्लांट मैनेजर श्रवण कुमार ने बताया कि ईंधन यार्ड मुख्य प्लांट से करीब 100 मीटर की दूरी पर है। आग से प्लांट को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। पूरे साल बायलर में ईंधन के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए पराली का ढेर लगाया गया था। इसमें आग लगने से करीब 40 से 50 लाख रुपये का नुकसान होने की आशंका है। गनीमत रही कि आग ने आसपास के खेतों को चपेट में नहीं लिया अन्यथा आग पर काबू पाना मुश्किल हो जाता।
    मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रताप सिंह ने बताया कि प्लांट में दूध को उबालने के लिए बायलर में ईंधन के तौर पर पराली का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए करीब 600 वर्गमीटर क्षेत्र में पराली का करीब पांच मीटर ऊंचा ढेर लगा हुआ था। इसी में आग लगी थी, जिसे बुझा दिया गया है। आग लगने के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें