35 करोड़ की एक्साइज चोरी करने वालों की धर-पकड़ में जुटी टीम, सर्विलांस के जरिए किए जा रहे ट्रेस
सहारनपुर के टपरी स्थित को-आपरेटिव शराब फैक्ट्री में 35 करोड़ रुपये की एक्साइज चोरी के मामले में पुलिस जांच कर रही है। आरोपितों के नंबर सर्विलांस पर लि ...और पढ़ें

पुलिस की जांच में शराब कारोबार से जुड़े कई और ठेकेदारों के नाम हो सकते हैं उजागर
जागरण संवाददाता, सहारनपुर। टपरी स्थित को-आपरेटिव शराब की फैक्ट्री से 11 महीनों के भीतर 35 करोड़ रुपये की एक्साइज चोरी कर लाखों लीटर शराब अवैध रूप से बाजार में उतारने के मामले में पुलिस की टीम जांच में जुटी है। आरोपितों के नंबरों को सर्विलांस पर लिया गया है। ताकि जल्द से जल्द आरोपितों की गिरफ्तारी की जा सके। जांच में शराब कारोबार से जुड़े और भी ठेकेदारों के नाम उजागर होने की संभावना है।
हाई-प्रोफाइल मामले में एसटीएफ ने मनोज जायसवाल को बरेली से गिरफ्तार कर लिया था, जबकि अन्य आरोपितों की धर-पकड़ के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। इस मामले में कई और अन्य ठेकेदार के नाम भी उजागर हो सकते है। टपरी स्थित को-आपरेटिव फैक्ट्री में उत्पादन, भंडारण और डिस्पैच के दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर सरकारी राजस्व को करीब 35 करोड़ रुपये नुकसान पहुंचाया गया। शराब को फर्जी कागजातों के सहारे विभिन्न ठेकों और बाजारों तक पहुंचाया गया।
इस पूरे खेल में लाखों लीटर शराब अवैध रूप से सप्लाई की गई। स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग से समन्वय कर फैक्ट्री के उत्पादन रजिस्टर, स्टाक, ट्रांसपोर्टेशन रिकार्ड और बिक्री से जुड़े दस्तावेज खंगाल रही है।
जांच में शराब की सप्लाई चेन से जुड़े कई ठेकेदारों, ट्रांसपोर्टरों और बिचौलियों के नाम भी सामने आने की संभावना है। वहीं पुलिस गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद फरार आरोपितों की तलाश में आसपास के जिलों में संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। हालांकि, आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपितों के मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लेकर जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
एसपी सिटी शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि इस मामले में 27 आरोपितों पर गैंगस्टर की कार्रवाई करने के बाद जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी होगी।

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