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    सहारनपुर में शेल्टर होम में भेजे जाएंगे 5 हजार आवारा कुत्ते, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नगर निगम ने शुरू की कवायद

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 07:24 AM (IST)

    सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सहारनपुर में नगर निगम 5 हजार आवारा कुत्तों को शेल्टर होम में भेजने की तैयारी कर रहा है। शहर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या ...और पढ़ें

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    पंजाबी बाग में बेसहारा पशु के पीछे दौड़ते आवारा कुत्ते।

    जागरण संवाददाता, सहारनपुर। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम ने कुत्तों के आतंक से निजात के लिए कवायद शुरू कर दी है। नगर निगम ने शहर के सार्वजनिक स्थानों पर घूमने वाले करीब पांच हजार कुत्तों को चिंहित किया है।

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    इन सभी कुत्तों को शेल्टर होम में रखा जाएगा। नगर निगम द्वारा पहला शेल्टर होम बेहट रोड स्थित शाकुम्भरी विहार के पास बने एबीसी सेंटर के पीछे एक एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा। पहले शेल्टर होम में एक हजार कुत्तों की रखा जा सकेगा। इसके अलावा चार और शेल्टर होम तैयार होंगे।

    नगर निगम का पहला शेल्टर होम बेहट रोड स्थित शाकुम्भरी विहार के पास बने एबीसी (एनिमल बर्थ कंट्रोल) सेंटर के पीछे विकसित किया जाएगा। इसके लिए करीब एक एकड़ भूमि चिन्हित की गई है। पहले चरण में बनने वाले इस शेल्टर होम में लगभग एक हजार कुत्तों को रखने की व्यवस्था होगी।

    यहां कुत्तों के लिए भोजन, पेयजल, चिकित्सा उपचार और देखभाल की समुचित सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। नसबंदी के बाद के कुत्तों को जीवन भर तक शेल्टर होम में रखा जाएगा। इस शेल्टर होम के संचालन के बाद शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में चार और शेल्टर होम बनाए जाएंगे, ताकि सभी चिन्हित आवारा कुत्तों को सुरक्षित स्थान पर रखा जा सके।

    गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों में जनपद में आवारा कुत्तों के हमलों की घटनाएं बढ़ने से लोग दहशत में थे। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं का घर से निकलना मुश्किल हो गया था। नगर निगम को लगातार शिकायतें मिल रही थीं। अब शेल्टर होम की व्यवस्था शुरू होने से लोगों को कुत्तों के आतंक से राहत मिल सकेगी।

    कुत्तों के आतंक से निजात के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश जारी किए हैं। क्योंकि क्षेत्र में कुत्तों का आतंक बढ़ रहा है। लगातार कुत्तों के काटने के केस भी बढ़ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अब नगर निगम और पंचायत निकायों को भी क्षेत्र में कुत्तों के काटने की घटना का ब्यौरा भी देना होगा।

    रिपोर्ट में बताना होगा कि कहां-कहां कितनी संख्या में आवारा कुत्ते हैं और कितने कुत्तों को हटाया गया है। इस कार्य के लिए कितने कर्मचारियों को लगाया गया है। इस विस्तृत रिपोर्ट की केंद्र सरकार समीक्षा करेगी। नगर निगम ने भी वार्डों में घूम रहे कुत्तों की रिपोर्ट बनाने पर कार्य शुरू कर दिया है।

    सार्वजनिक स्थानों पर रहता है कुत्तों का झुंड

    सार्वजनिक स्थानों पर आवारा कुत्तों का झुंड रहता है। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, जिला अस्पताल, सरकारी दफ्तर, बाजार, बैक्वेट हाल के आसपास स्थानों पर कुत्ते लोगों काट लेते हैं। नगर निगम को कई बार कुत्तों के काटने की शिकायत मिल चुकी है। इन स्थानों पर निगम की टीम कुत्तों को उठाकर शेल्टर होम में रखेगी।


    सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के तहत एनिमल बर्थ कंट्रोल कार्यक्रम को भी तेज किया जाएगा, ताकि भविष्य में आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रित की जा सके। सार्वजनिक स्थानों से आवारा कुत्तों को पकड़कर नसबंदी की जाएगी। साथ ही उनको शेल्टर होम बनाकर रखा जाएगा।


                                                                     संदीप मिश्रा, पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी।