Waqf Bill: '...प्रदर्शन न करें मुसलमान', मौलाना अरशद मदनी ने क्यों दी ये नसीहत? बोले- अकल को काबू रखें
वक्फ संशोधन कानून 2025 को लेकर मुस्लिम समुदाय में नाराजगी है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने सड़कों पर प्रदर्शन न करने की अपील की है । उन्होंने कहा कि विरोध करना गलत नहीं पर तरीका शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक होना चाहिए । शरारती तत्वों से बचने के लिए सभाओं के जरिए विरोध जताने की सलाह दी ।

संवाद सहयोगी, देवबंद। मोदी सरकार के वक्फ संशोधन कानून 2025 को लेकर मुसलमानों में भारी रोष है। हालात की गंभीरता को देखते हुए जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने लोगों से सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन न करने की अपील की है।
मंगलवार को जारी बयान में मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ प्रदर्शन करना गलत नहीं है। बस विरोध प्रदर्शन का तरीका सही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया गया तो सांप्रदायिक ताकतें आपको निशाना बना सकती हैं। इसलिए अपने जज्बात और अकल को काबू में रखा जाए।
तरीका सही करने को कह रहा हूं: मौलाना
मौलाना मदनी ने कहा कि मैं विरोध प्रदर्शन को मना नहीं कर रहा हूं बल्कि तरीका सही करने को कह रहा हूं। कहा कि आप सभाएं कीजिए, उसमें अपनी बात रखिये। रमज़ान के महीने में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया गया जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने इसमें बढ़ चढ़कर भाग लिया। पर्सनल ला बोर्ड अब दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ सभा करना चाहती है।
हमने अपने लोगों से कहा कि इसमें भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। मौलाना मदनी ने कहा कि अगर आप सड़कों पर उतर गए और खुदा न करें शरारती तत्व कुछ कर गुजरे तो सारा इल्जाम आप पर डाल दिया जाएगा। इसलिए जज़्बात के बजाय अक्ल से काम लें और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात सरकार देश व दुनिया के सामने रखें।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।