STF की तीन गोलियों से ढेर हुआ मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर सिराज, सीने में लगीं गोलियां, अब रडार पर गिरोह के सदस्य
Saharanpur News : सहारनपुर में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर सिराज अहमद मारा गया। मुठभेड़ में सिराज को तीन गोलियां लगीं, जिसस ...और पढ़ें

सिराज का फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, सहारनपुर। मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर और लंबे समय से फरार चल रहे बदमाश सिराज अहमद गंगोह थानाक्षेत्र में एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया था। मुठभेड़ के दौरान एक लाख के इनामी बदमाश सिराज के सीने में तीन गोलियां लगीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तीन गोली लगने की पुष्टि की गई है। अब रडार पर गिरोह के सदस्य हैं, जिनकी पुलिस तलाश में जुटी है।
एसटीएफ ने सुल्तानपुर के लोलेपुर गांव निवासी सिराज अहमद उर्फ पप्पू की मौत के बाद पोस्टमार्टम कराया। दो चिकित्सकों के पैनल ने वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम किया। बदमाश के सीने में अलग-अलग तीन गोलियां लगी। जिसके कारण उसकी मौत हुई है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पोस्टमार्टम कराया गया।
पोस्टमार्टम की प्रक्रिया दो डॉक्टरों के पैनल द्वारा कराई गई और पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि सिराज अहमद के सीने में तीन गोलियां लगी थीं, जिससे उसकी मौत हुई। सिराज अहमद मुख्तार अंसारी गिरोह का सक्रिय सदस्य था और कई गंभीर आपराधिक वारदातों में शामिल रहा है। उस पर हत्या, लूट और रंगदारी, हत्या का प्रयास, रासुका समेत सुल्तानपुर और लखनऊ के थाने में 30 मुकदमे दर्ज है।
बदमाश ने छह अगस्त 2023 को अधिवक्ता आजाद अहमद की कोतवाली देहात थाने के भुल्की चौराहे के पास हत्या कर दी थी। इस वारदात के बाद सिराज फरार चल रहा था। एसटीएफ की रड़ार पर बदमाश काफी समय से था। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ लगातार प्रयास कर रही थी। कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव को स्वजनों को सौंप दिया गया। रविवार देर रात स्वजन शव को लेकर सुल्तानपुर के लिए रवाना हो गए थे।
सिराज के मारे जाने पर गिरोह के सदस्यों में खलबली
सिराज अहमद के मारे जाने से मुख्तार अंसारी गिरोह को बड़ा झटका लगा है। सिराज अहमद का भाई मेराज वाराणसी में नौकरी करता था, लेकिन वह भी सिराज के साथ-साथ अपराध की दुनिया में उतर गया। मेराज के खिलाफ थाने में कई आपराधिक मामले दर्ज है। इन दिनों वह सुल्तानपुर की जेल में बंद है। भाई की मौत के बाद मेराज और उसके साथियों की बेचैनी बढ़ गई है।

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