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    महापौर ने पकड़ा लिपिक का कॉलर, धकेलते हुए किया दफ्तर से बाहर...वीडियो हुआ वायरल

    By Praveen Kumar Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Fri, 05 Dec 2025 06:20 PM (IST)

    सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें महापौर एक लिपिक का कॉलर पकड़कर उसे बाहर निकाल रहे हैं। दस्तावेजों को लेकर विवाद के बाद महापौर और लिपिक ...और पढ़ें

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    लिपिक का कॉलर पकड़कर दफ्तर से बाहर निकालते महापौर डा. अजय कुमार। वीडियो ग्रैब

    जागरण संवाददाता, सहारनपुर। नगर निगम कार्यालय में उस समय खलबली मच गई जब महापौर डा. अजय सिंह जन्म मृत्यु प्रमाण-पत्र कार्यालय का औचक निरीक्षण करने विभाग में पहुंचे। निरीक्षण में भारी खामियां पाए जाने पर महापौर का पारा चढ़ गया तथा उन्होंने विभागीय क्लर्क को कालर पकड़कर धकेलते हुए विभाग से बाहर निकाल दिया।

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    नगर निगम में शुक्रवार को सामान्य दिनों की तरह सभी विभागों में कार्य चल रहा था। जन्म मृत्यु प्रमाण-पत्र विभाग में लोगों की भीड़ प्रमाण-पत्र लेने के लिए मौजूद थी। दोपहर करीब 2:30 बजे महापौर डा. अजय सिंह अकेले जन्म मृत्यु प्रमाण-पत्र विभाग पहुंचे तथा विभागीय कार्यप्रणाली का निरीक्षण करना शुरू कर दिया। महापौर ने जब जन्म मृत्य रजिस्टरों की जांच की तो उनमें भारी खामियां मिलीं तथा लोगों को प्रमाण-पत्र जारी नहीं किए जाना पाया।

    इतना देखते ही महापौर का पारा चढ़ गया तथा उन्होंने विभागीय क्लर्क सुरेन्द्र कुमार को कालर पकड़ कर न केवल घसीटा, बल्कि धकेलते हुए विभाग से बाहर कर दिया। यही नहीं, उन्होंने क्लर्क सुरेन्द्र को विभाग से हटाने के अलावा सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। महापौर के निरीक्षण का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गई।

    रुटीन निरीक्षण के दौरान कमियां मिलने पर की कार्रवाई : महापौर
    महापौर डा. अजय सिंह ने बताया कि काफी समय से जन्म मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी करने में धांधली व लापरवाही की शिकायतें मिल रही थीं। इसके मद्देनजर वह जन्म मृत्यु विभाग में रूटीन निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि न तो फाइलें पूरी थीं तथा न ही रजिस्टर पूर्ण थे।

    रजिस्टरों में खाली पन्ने छोड़े गए थे तथा नंबरिंग तक नहीं की गई थी। 1975 से लेकर 50 सालों तक के प्रमाण-पत्र बनाने का खेल चल रहा था, जबकि हाल के लोगों को प्रमाणपत्र जारी नहीं किए जा रहे थे। धांधली पाए जाने पर संबंधित क्लर्क पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि निगम कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।