Iran-Israel Tension: ईरान में पढ़ रहे भारतीय छात्रों को लेकर स्वजन चिंतित... फंसे हैं सहारनपुर के कई युवा
सहारनपुर के कई छात्र और नागरिक इजराइल-ईरान तनाव के कारण ईरान में फंसे हुए हैं परिजन चिंतित हैं। छात्र कुम और तेहरान जैसे शहरों में पढ़ाई कर रहे हैं जबकि कुछ लोग धार्मिक यात्रा पर गए हैं। परिजन लगातार उनसे संपर्क में हैं और उनकी सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। सरकार द्वारा सुरक्षा प्रदान की जा रही है लेकिन सभी जल्द से जल्द घर वापस आना चाहते हैं।

जागरण टीम, सहारनपुर। इजरायल के हमले के बीच ईरान में पढ़ने, काम करने और जियारत के लिए गए जनपद के युवाओं को लेकर स्वजन की चिंता भी बढ़ गई है। स्वजन रोजाना बातचीत कर फोन पर अपनों की जानकारी लेने में जुटे है। हमले के बाद इरान में रह जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों नौजवानों भी इरान से स्वदेश लाैटने की तैयारी में जुटे है, लेकिन फिलहाल कोई विकल्प नहीं मिल पा रहा है।
स्वजन का कहना है कि इन दिनों इरान में तनाव बना हुआ है। बच्चों से लगातार बातचीत हो रही है। वहां की सरकार की तरफ से बच्चों को सुरक्षा और खानपान दिया जा रहा है। बच्चे बस किसी तरह स्वदेश लौट आए। यही दुआएं की जा रही हैं।
लखनौती निवासी मोहम्मद रब्बानी, गय्यूर अहमद, सैदपुरा निवासी रज़ा हैदर, मोहम्मद सादिक़, हुसैनपुर निवासी महवर, शाने मोहम्मद, हलवाना निवासी मोहम्मद कासिम, मोहम्मद अली, वज़ीर अली, अज़ीम अब्बास के अलावा और भी कई छात्र ईरान में पढ़ने के लिए गए हैं। इनमे से अधिकतर छात्र तेहरान से करीब 100 किलोमीटर दूर कुम शहर में पढ़ाई कर रहे हैं। लखनौती निवासी शाह हसन ने बताया कि उनके कई करीबी ईरान में पढ़ाई कर रहे हैं, जिनसे फोन पर लगातार बात हो रही है। फिलहाल हालात सही नहीं है, इसे लेकर स्वजन काफी चिंतित हैं।
दीपक आयुध फैक्ट्री में करता है काम
मुहल्ला कानूनगोयान निवासी 26 वर्षीय दीपक कुमार पुत्र स्व. रमेश और महाजनान निवासी रवि पुत्र महिपाल भी वीजा पर इजरायल में काम करने गए है। दीपक येरुशलम से 52 किलोमीटर दूर मोदीन स्थित आयुध फैक्ट्री में काम करता है। रवि पेटा टिकवा शहर में भवन निर्माण कंपनी में बतौर कारपेंटर है।दीपक 13 महीने पहले और रवि एक वर्ष पहले गया था। दीपक के बड़े भाई विकास, भाभी मीनू और मामा राजकुमार का कहना है कि पिछले तीन दिनों से दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के चलते चिंता बढ़ गई है।
रोजाना सुबह और शाम को दीपक से बात होती है। वह सुरक्षित भी है, लेकिन ऐसे में घर नहीं आ पा रहा है। वहीं रवि के पिता रवि के पिता महिपाल, पत्नी प्रियंका इरान में बिगड़ते माहौल को लेकर चिंतित है। वहां सरकार ने सभी के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है। रवि से फोन पर बात होती रहती है। ईश्वर से यही प्रार्थना करते हैं युद्ध न हो।
कुम शहर में रोज़ा इमाम हुसैन की दरगह की जियारत करने गए थे
थितकी गांव निवासी मोलाना सईद उम्र 38 साल पूत्र गजनफर हुसैन ईरान के कुम शहर में रोज़ा इमाम हुसैन की दरगह की जियारत करने गए थे। वहां पर वह सुरक्षित है। इसी गांव के तसकुस हुसैन इरान में दीनी तालीम हसील करने गए थे। वह कुम शहर में रह रहे है। वही मोहम्मद साहिम, नजर मोहम्मद कुम शहर में रहते है। जिनसे फोन पर स्वजनों का संपर्क नहीं हो पा रहा है। तस्ककूस हुसैन रनि हैदर साहित अपनी पत्नी और बच्चों के साथ दिनी तालीम का इदरा चलाकर अपने बच्चों का जीवन यापन कर रहा है। सभी लोग सुरक्षित है।
बेटा हसन तुराबी इस्फाहान शहर में अल मुस्तफा यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा है
चिलकाना शिया जामा मस्जिद के मौलाना गमखार हैदर ने बताया कि इरान में तनाव की स्थिति बनी हुई है। इरान के कुम शहर में बेटी शबीब जेहरा और शबाहत जेहरा आदि सभी सुरक्षित हैं, जबकि उनका बेटा हसन तुराबी इस्फाहान शहर में अल मुस्तफा यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा है। जो तेहरान से करीब 450 किमी दूर है। सभी लोग सुरक्षित है। मौलाना गमखार हैदर ने बताया कि यदि हालात सामान्य रहे तो उनकी दोनों बेटी और दामाद 20 जून स्वदेश लाैटेंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।