सहारनपुर में अवैध पटाखा फैक्ट्री पकड़ी, विस्फोटक समेत दो गिरफ्तार
दो महीने से बना रहे थे पटाखे

सहारनपुर में अवैध पटाखा फैक्ट्री पकड़ी, विस्फोटक समेत दो गिरफ्तार
जासं, सहारनपुर : गंगोह थाना पुलिस ने छापा मारकर गंगोह में अवैध पटाखा फैक्ट्री पकड़ी। मौके से दो आरोपितों को दबोच लिया, जबकि दो अन्य की तलाश की जा रही है। मौके से 25 कट्टे सूतली बम, एक छोटा कार्टून व 42 पैकेट विस्फोटक केमिकल, 27 किलोग्राम विस्फोटक एल्युमिनियम पाउडर, सात किलो सफेद विस्फोटक पाउडर समेत अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद की है।
एसएसपी के निर्देश पर पुलिस अवैध पटाखा फैक्ट्री पर कार्रवाई कर रही है। पुलिस को सूचना मिली कि कुछ लोगों ने अवैध रूप से पटाखे बनाकर उनका भंडारण किया हुआ है। गुरुवार को प्रभारी निरीक्षक पीयूष दीक्षित के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर मुर्सलीन उर्फ आदिल निवासी मुहल्ला मौहम्मद गौरी गंगोह और आस मौहम्मद निवासी मुहल्ला अशरफ अली गंगोह को आलमपुर तिराहे के पास सराय मखदूमजहां मुहल्ले की तरफ जाने वाले रास्ते पर दो दुकानों से गिरफ्तार किया गया। उनके निशानदेही पर गोदाम से पटाखे और अन्य सामग्री बरामद की है। प्रभारी निरीक्षक पीयूष दीक्षित ने बताया कि अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि साबिर निवासी मुहल्ला अशरफ अली, असलम भी हमारे साथ काम करते हैं। यह पटाखे लाला टोनी उर्फ प्रवीण निवासी मोहल्ला छत्ता कस्बा गंगोह को सप्लाई करते हैं, जो शादी-विवाह में बेचता है।
मध्य प्रदेश के केमिकल एल्युमिनियम पाउडर से तैयार हो रहे पटाखे
दुकानों में पटाखे बनाने में मध्य प्रदेश के विस्फोटक केमिकल एलुमिनियम पाउडर का इस्तेमाल किया जा रहा था। जनपद और आसपास के जिलों में फैक्ट्री से पटाखों की सप्लाई होनी थी। इससे पहले भी कई जनपद के अलग-अलग थानाक्षेत्र में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हो चुका है। पिछले साल देवबंद पटाखा फैक्ट्री भी विस्फोट की घटना हुई थी। कई मासूमों की जान भी जा चुकी है। इसके बाद भी अवैध विस्फोटक पटाखों की बिक्री पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है, जबकि कुछ दिन पहले पटाखों की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए डीएम मनीष बंसल बैठक भी ले चुके हैं। स्थिति यह है कि गली-मुहल्लों में चोरी-छिपे विस्फोटक पटाखों की बिक्री हो रही है। पुलिस कार्रवाई तो करती है, लेकिन फिर भी पटाखों की बिक्री पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
पटाखा फैक्ट्री में हो चुके है हादसे
26 अप्रैल 2025 को जडौदा जट के पास पटाखा फैक्ट्री में भीषण धमाका हुआ था। तीन मजदूरों की मौत हो गई थी।
8 मई 22 सरसावा के बलवंतपुर गांव स्थित पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट की घटना हुई थी। धमाके में फैक्ट्री मालिक और दो मजदूरों की मौत हो चुकी है, जबकि एक युवक गंभीर रूप से झुलस गया था।
26 अप्रैल 2022 : गागलहेड़ी थाना क्षेत्र के गांव ठोकरपुर में गंधक, बेरियम की मिलावट करते समय पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई थी। दूसरी मंजिल पर काम कर रहे श्रमिक छत से कूद गए थे। आधा दर्जन महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं थीं।
15 जनवरी 2022 : बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र के गांव सतपुरा में शार्ट सर्किट से पटाखा फैक्ट्री में आग लगी थी तथा धमाका हुआ था। हादसे के समय फैक्ट्री में करीब 100 मजदूर काम कर रहे थे। विस्फोट में आठ मजदूर झुलस गए थे।
31 अक्तूबर 2020 : थाना बिहारीगढ़ क्षेत्र में पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई थी। जबरदस्त विस्फोट से फैक्ट्री की छत उड़ गई थी। आग की चपेट में आने से दस लोग झुलस गए थे।
1 दिसंबर 2019 : सहारनपुर के कोतवाली देहात क्षेत्र के पुवांरका क्षेत्र में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट होने से आधा दर्जन मजदूर झुलस गए थे। दो की मौत हो गई, जबकि एक मजदूर फैक्ट्री से लापता रहा।
11 मई 2019 : गागलहेड़ी क्षेत्र के गांव छज्जपुरा के जंगल में संचालित पटाखा फैक्ट्री में भीषण आग लग गई थी। जान बचाने के लिए कुछ मजदूर दीवार कूदकर भाग निकले तो कुछ छत से कूद पड़े। छह मजदूर झुलस गए थे।
15 जनवरी 2019 : सहारनपुर में पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से आठ कर्मचारी झुलस गए थे, यह सभी लोग अलीगढ़, हाथरस, एटा के रहने वाले थे। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया था।
26 मई 2019 : सहारनपुर के चंद्र विहार कालोनी में पटाखों से विस्फोट में कई लोग झुलस गए थे। उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से एक महिला की मौत हो गई थी।
17 मार्च 2018 : रामपुर मनिहारान में घर में ही पटाखा बनाने के दौरान आग लग गई थी, जिसमें कई लोग झुलसे थे। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया था।
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