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    'हनीट्रैप' का भी मास्टरमाइंड है डा. आदिल... युवा डाक्टरों को अपने नेटवर्क से जोड़ने के लिए कश्मीरी लड़कियों का इस्तेमाल करता था

    By Manish Sharma Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Mon, 17 Nov 2025 12:39 PM (IST)

    सहारनपुर में आतंकियों से जुड़े मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ है। डॉ. आदिल अहमद युवाओं को हनीट्रैप में फंसाकर जानकारी जुटाता था। वह कश्मीरी लड़कियों के जरिए डॉक्टरों को फंसाता था। आपत्तिजनक तस्वीरें और चैट मिली हैं। पुलिस और एसटीएफ संदिग्धों की सूची तैयार कर रही है। मोबाइल की फोरेंसिक जांच जारी है, जिससे और खुलासे होने की संभावना है।

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    आतंकियों से जुड़े सफेदपोश माड्यूल का पर्दाफाश होने के बाद डा. आदिल अहमद राथर के बारे में नए और चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, सहारनपुर। आतंकियों से जुड़े सफेदपोश माड्यूल का पर्दाफाश होने के बाद डा. आदिल अहमद राथर के बारे में नए और चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस, आइबी और एटीएस की संयुक्त टीम जांच में जुटी है। सूत्रों के अनुसार डा. आदिल युवा डाक्टरों को अपने नेटवर्क में जोड़ने और उनसे संवेदनशील जानकारियां हासिल करने के लिए कश्मीर की लड़कियों के जरिए हनीट्रैप रैकेट संचालित कर रहा था।

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    वह विशेष रूप से युवा डाक्टरों और मेडिकल पेशे से जुड़े लोगों को निशाना बनाता था, ताकि उन्हें धमकाकर या ब्लैकमेल कर अपने मकसद के लिए इस्तेमाल किया जा सके। एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त जांच में पता चला है कि आदिल कश्मीर की लड़कियों से वीडियो काल, वाट्सएप काल और आनलाइन चैटिंग कराकर डाक्टरों से संपर्क साधता था। ये लड़कियां पहले सामान्य बातचीत करती थीं, फिर धीरे-धीरे उन्हें आपत्तिजनक चैट और वीडियो काल में उलझाया जाता था। इसके बाद धमकी देकर या भावनात्मक दबाव बनाकर जानकारी हासिल की जाती थी।

    एटीएस, आइबी, एनआइए और जम्मू-कश्मीर की टीम को अंबाला रोड स्थित किराये के मकान पर छापेमारी के दौरान आदिल के मोबाइल और लैपटाप से बड़ी संख्या में कश्मीरी लड़कियों की तस्वीरें और चैट रिकार्ड मिले हैं। इनमें कुछ तस्वीरें अश्लील और संवेदनशील प्रकृति की हैं, जिनके इस्तेमाल का उद्देश्य डाक्टरों को फंसाना बताया जा रहा है। आदिल के मोबाइल फोन से कई डाक्टरों के साथ हुई वीडियो कालिंग के स्क्रीन शाट और वाट्सएप भी मिले हैं।

    जांच टीम अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि डा. आदिल अहमद ने किन-किन डाक्टरों से संपर्क किया था और कितने युवक उसकी इस हनीट्रैप साजिश में फंस चुके थे। काल लाग और चैट बैकअप को खंगालकर पुलिस संभावित संदिग्धों की सूची तैयार कर रही है। कश्मीरी लड़कियों के संपर्क में आने वाले डाक्टरों की कुंडली खंगाली जा रही है। डा. आदिल के मोबाइल की डिजिटल फोरेंसिक जांच जारी है। जांच पूरी होने के बाद ही पूरा नेटवर्क उजागर हो सकेगा।