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    यूपी के इस जिले की शराब फैक्ट्री हुई 35 करोड़ की एक्साइज चोरी, MD समेत 27 पर गैंग्स्टर

    By Sanju Kumar Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Thu, 11 Dec 2025 01:21 PM (IST)

    सहारनपुर में टपरी स्थित कोआपरेटिव शराब फैक्ट्री में 35 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी के मामले में कंपनी के एमडी समेत 27 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के त ...और पढ़ें

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    शराब फैक्ट्री हुई 35 करोड़ की एक्साइज चोरी (सांकेतिक फोटो)

    जागरण संवाददाता, सहारनपुर। चार साल पहले टपरी स्थित को-आपरेटिव शराब फैक्ट्री में करीब 35 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी समेत दो मुकदमों में आरोपित रहे कंपनी एमडी समेत 27 के खिलाफ गैंग्स्टर की कार्रवाई की गई है। जांच में तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी समेत विभागीय अधिकारियों की संलिप्तता का मामला भी उजागर हुआ है।
    थाना प्रभारी की ओर से गैंग्स्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जिलाधिकारी के अनुमोदन पर देहात कोतवाली पुलिस ने टपरी स्थित शराब फैक्ट्री को-आपरेटिव कंपनी लिमिटेड के एमडी समेत 27 पर गैंग्स्टर की कार्रवाई की है। कंपनी पर 35 करोड़ रुपये की एक्साइज चोरी करने का आरोप है।
    इससे सरकार को राजस्व नुकसान पहुंचा। इस मामले में वर्ष 2021 में आरोपितों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए गए थे। इन दोनों मामलों में आरोपित 27 लोग जेल गए थे। फिलहाल सभी आरोपित जमानत पर हैं। मामले की जांच एसआइटी को सौंपी गई थी।

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    अब देहात कोतवाली प्रभारी सूबे सिंह ने थाने में केस दर्ज कराते हुए बताया कि टपरी स्थित शराब फैक्टरी की जांच कराई गई थी। जांच में सामने आया कि कंपनी के एमडी समेत फैक्टरी से जुड़े 27 लोगों के साथ मिलकर रुपये कमाने को गैंग बनाकर काम कर रहे थे। फैक्ट्री में अवैध रूप से अतिरिक्त देशी शराब निर्मित कर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सप्लाई की जा रही थी।
    इसमें फैक्ट्री एमडी प्रणव अनेजा के अलावा यूनिट हेड, बारकोड डिस्पेचर, क्वालिटी कंट्रोलर, बाटलिंग इंचार्ज, एटीपी इन इंचार्ज, केमिस्ट, ट्रांसपोर्टर एसबीटीसी, ट्रक ड्राइवर समेत अन्य सदस्यों की मिलीभगत से कार्य किया जा रहा था।
    गैंग बनाकर सरकार को राजस्व हानि पहुंचाने के उद्देश्य से अभिलेखों में फर्जीवाड़ा और हेराफेरी की। जीपीएस, सीसीटीवी आदि जैसे तकनीकी पर्यवेक्षक उपकरणों में छेड़छाड़ की गई थी। इससे बड़ी मात्रा में जीएसटी चोरी, एक्साइज की चोरी, इनकम टैक्स चोरी और मनीलांड्रिंग की गई। जांच में सामने आया कि 11 महीने की अवधि में लगभग 35 करोड रुपये की एक्साइज चोरी की गई।
    एसएसपी आशीष तिवारी का कहना है कि बड़े स्तर पर एक्साइज ड्यूटी चोरी करने का प्रकरण संज्ञान में आने पर एसआइटी की जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया गया था। 27 लोगों पर गैंग्स्टर की कार्रवाई की गई है।
    डीएम मनीष बंसल का कहना है कि एक्साइज ड्यूटी चोरी के प्रकरण में कार्रवाई की गई है। किसी भी सूरत में सरकार को राजस्व की हानि पहुंचाने वालों बख्शा नहीं जाएगा। कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।

    आबकारी अधिकारी भी जांच के घेरे में

    जांच में यह भी सामने आया है कि तत्कालीन सहायक आबकारी आयुक्त, आबकारी निरीक्षक के अलावा अन्य अधिकारी भी एक्साइज चोरी कराने में शामिल रहे। उन्हें भी जांच के दायरे में लेकर पूछताछ की जाएगी। आबकारी अधिकारियों की मिलीभगत से 35 करोड़ की एक्साइज चोरी की गई है। गैंगस्टर की कार्रवाई और जांच को लेकर आबकारी अधिकारियों में खलबली मची है। हर कोई अपने बचाव में लगा हुआ है। चर्चा है कि मामले को लेकर कई बड़े नेताओं से भी संपर्क साधा जा रहा है।