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    Saharanpur: डेढ़ हजार करोड़ रुपए की रजिस्ट्री घोटाले में ED की छापेमारी, मास्टर माइंड के आवास पर 12 घंटे कार्रवाई

    Updated: Sat, 31 Aug 2024 11:39 AM (IST)

    Saharanpur News ईडी जब मास्टर माइंड स्व. केपी सिंह के घर पहुंची तो स्वजन से चाबी मांगी। स्वजन ने चाबी देने से साफ इनकार कर दिया। जिसके बाद एक लुहार से ताला तुड़वाया गया। डेढ़ साल पहले देहरादून में हुए डेढ़ करोड़ के रजिस्ट्री घाेटाले में जेल में बंदी के दौरान केपी सिंह की मौत हो चुकी है। ईडी अभी केस की जांच कर रही है।

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    फर्जीवाड़ा के मास्टरमाइंड स्वर्गीय केपी सिंह के आवास के बाहर तैनात पुलिस कर्मी। जागरण

    संवाद सूत्र, जागरण नकुड़/सहारनपुर। डेढ़ वर्ष पहले देहरादून में करीब डेढ़ हजार करोड़ रुपए की रजिस्ट्री घोटाले में ईडी ने घोटाले के मास्टर माइंड स्वर्गीय केपी सिंह के आवास पर बारह घंटे तक छापामारी की। देहरादून से दो गाड़ियों में ईडी के अधिकारी पुलिस टीम को लेकर शुक्रवार सुबह नकुड के मौहल्ला सर्वज्ञान निवासी स्वर्गीय केपी सिंह के आवास पर पहुंचे। जहां पहले से ही केपी सिंह के माता-पिता मौजूद थे।

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    ईडी टीम ने घर के दरवाजों पर लगे तालों को खोलने के लिए जब केपी सिंह के पिता बलबीर सिंह से कहा तो उन्होंने तालों की चाबी होने से इनकार किया। जिस पर ईडी की टीम ने नगर से ही एक लुहार को बुलाकर ताले तुड़वा दिए। टीम ने घर के कमरों को करीब साढ़े बारह घंटे तक खंगाला।

    शाम तक की टीम ने छानबीन

    इस दौरान पुलिस टीम घर के मुख्य गेट को बंद कर डटी रही। ईडी टीम साढ़े पांच बजे पुलिस टीम के पास देहरादून के लिए रवाना हो गई। ईडी टीम ने मीडिया से बात करने से मना कर दिया। गौरतलब है कि करीब डेढ़ साल पहले केपी सिंह ने देहरादून में फर्जीवाड़ा कर करीब डेढ़ हजार करोड़ रुपए के प्लाट बेच दिए थे। जिसमें करीब बारह हजार स्क्वायर मीटर जमीन सरकारी चाय बागानों की भी बताई गई है।

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    फर्जीवाड़ा में केपी सिंह देहरादून जेल गए थे। जहां से एक मामले में वह सहारनपुर जेल भेजा गया था। जहां जेल में उसकी मृत्यु हो गई थी। ईडी की छापामारी से एक बार फिर रजिस्ट्री फर्जीवाड़ा चर्चा का विषय बन गया है।