डॉ. अदील ने अस्पताल प्रबंधक से मांगे थे 8 लाख, खरीदी विस्फोटक सामग्री; मोबाइल चैट से खुलासा
सहारनपुर में आतंकी गतिविधियों से जुड़े डॉ. अदील अहमद के मोबाइल चैट से खुलासा हुआ है कि उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से आठ लाख रुपये की मांग की थी। यह रकम विस्फोटक सामग्री खरीदने के लिए जुटाई गई थी। जांच में पता चला है कि अदील अस्पताल में मरीजों का इलाज करते थे। पुलिस और एटीएस मामले की गहराई से जांच कर रही है और अस्पताल प्रबंधन की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

जागरण संवाददाता, सहारनपुर। आतंकी गतिविधियों से जुड़े डा. अदील अहमद को लेकर जांच जम्मू-कश्मीर और एजेंसियों की जांच में एक नया खुलासा हुआ है।
जम्मू–कश्मीर पुलिस और एटीएस द्वारा की गई डिजिटल फोरेंसिक जांच में डा. अदील के मोबाइल फोन से मिली व्हाट्सऐप चैट ने उसकी गतिविधियों पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। चैट में अदील ने एक अस्पताल प्रबंधन से आठ लाख रुपये की मांग की थी। यह रकम विस्फोटक सामग्री खरीदने में जुटाई गई है।
डा. अदील अहमद अंबाला रोड स्थित फेमस मेडिकेयर अस्पताल में मरीजों का उपचार करते थे। पांच लाख के मासिक वेतन पर उनकी अस्पताल में नियुक्ति हुई थी।
जम्मू-कश्मीर और एटीएस डा. अदील के आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की जांच में जुटी है। संयुक्त टीम के डा. अदील के मोबाइल फोन को जब्त कर फोरेंसिक जांच कराई गई, जिसमें कई संदिग्ध चैट, डाक्यूमेंट और फाइलें बरामद हुई हैं। इन्हीं चैट्स में वह अस्पताल प्रबंधन को किसी प्रोजेक्ट और अस्पताल से जुड़ी आवश्यकताओं का हवाला देकर आठ लाख रुपये उपलब्ध कराने के लिए दबाव बनाता हुआ दिखाई दिया है।
फोरेंसिक टीम ने चैट के टाइमस्टैम्प, लेन-देन से जुड़े डिजिटल ट्रेल और फोन में मौजूद डेटा की जांच की है। टीम को संकेत मिले हैं कि मांगी गई रकम अवैध गतिविधियों और आतंक से जुड़े नेटवर्क को आगे बढ़ाने में खर्च की गई। चैट के आधार पर अस्पताल प्रबंधन की भूमिका की भी गहन छानबीन की जा रही है।
यह जांच की जा रही है कि प्रबंधन को रकम के असली इस्तेमाल के बारे में जानकारी थी या उन्हें किसी बहाने से गुमराह किया गया। अस्पताल से जुड़े कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है। एटीएस और स्थानीय पुलिस यह भी पता लगा रही है कि पैसे किस माध्यम से दिए गए, क्या लेन-देन बैंकिंग चैनल से हुआ या नकदी में।

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