Delhi Blast : पांच अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में हुआ था आतंकी डा. अदील का निकाह... सिर्फ मुस्लिम डाक्टर ही थे आमंत्रित
दिल्ली में हुए विस्फोट के बाद, डॉ. अदील की जानकारी सामने आई है। उनका निकाह 5 अक्टूबर को हुआ था और वे शादी के बाद एक महीने तक कश्मीर में रहे। जांच एजेंसियां इस जानकारी को ध्यान में रखकर आगे की कार्रवाई कर रही हैं।

आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का समर्थक डा.अदील। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, सहारनपुर। आतंकी डा. अदील अहमद की शादी पांच अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में हुई थी। शादी के लिए एक माह का वेतन लेकर आतंकी छुट्टी पर चला गया था। करीब एक माह तक जम्मू कश्मीर में रहा। शादी में डा. बरार, डा. असलम सैफी समेत सिर्फ चार मुस्लिम डाक्टरों को निमंत्रित किया था। यहां तक कि उसने अस्पताल के डायरेक्टर मनोज मिश्रा को भी नहीं बुलाया। शादी करने के बाद कुछ दिनों पहले ही आतंकी शहर पहुंचा था।
अस्पताल में बैठकर लोगों का उपचार कर रहा था। अब डाक्टर अदील हनीमून पर जाने की तैयारी रहा था। इससे पहले ही आतंकी को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दबोच लिया। सहारनपुर के कई अस्पतालों में की नौकरी: अदील को उत्तर-प्रदेश से मेडिकल का प्रमाण पत्र वर्ष 2023-24 में मिला था। तब से वह सहारनपुर के अलग-अलग अस्पतालों में लोगों का उपचार करता रहा।
पुलिस ने बताया कि वर्ष 2024 में वह दिल्ली रोड स्थित आस्कर अस्पताल (विभ्रोस) में करीब सालभर काम किया। इसी अस्पताल में काम करने वाले डा.अंकुर चौधरी से मुलाकात हुई थी। बाद में डा.अंकुर ने आतंकी डा. अदील अहमद को फेमस मेडिकेयर अस्पताल के डायरेक्टर डा. मनोज मिश्रा से मुलाकात कराई थी। पांच लाख रुपये प्रतिमाह के वेतन पर डा. अदील को डायरेक्टर ने नियुक्त किया था। अदील सुबह से शाम करीब सात बजे तक अस्पताल में रहता था।
यह था मामला
सहारनपुर शहर के अंबाला रोड स्थित एक अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक डा.अदील अहमद को गत दिवस जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पकड़ा है। उसके आतंकी कनेक्शन की जांच की जा रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस चिकित्सक को तीन दिन के ट्रांजिट रिमांड पर साथ ले गई है। पुलिस ने बताया कि डा.अदील अहमद जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाला है और सहारनपुर के अंबाला रोड स्थित फेमस हास्पिटल में कार्यरत था।
गत माह श्रीनगर के कुछ क्षेत्रों में आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के समर्थन में लिखे पोस्टर लगाने का मामला सामने आया था। आतंकी संगठन के समर्थन में लगे पोस्टरों से श्रीनगर में तनाव फैल गया था। पुलिस ने 28 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज कर आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले थे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।