ऑनलाइन गेम की आड़ में मतांतरण; बेंगलुरु में रह रहे युवक को बनाया निशाना- एटीएस ने तीन को दबोचा
सुमन ने बताया कि उसका 22 साल का बेटा गौरव पिछले कई माह से बेंगलुरु में रह रहा है। गौरव का इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सहारनपुर के गांव खजूरहेड़ी निवासी राशिद हसनपुर के अजहर और मेघ छप्पर के सादिक ने ब्रेनवाश किया। इसके पीछे रेशमा निवासी बेंगलुरु का भी हाथ है। पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।

जासं, सहारनपुर : इंटरनेट मीडिया के जरिए बरगला कर एक युवक का मतांतरण कराने वाले तीन युवकों को एटीएस लखनऊ ने गिरफ्तार कर लिया। रविवार सुबह पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया।एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि नवीन नगर निवासी महिला सुमन ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
सोशल मीडिया पर हुई थी दोस्ती
सुमन ने बताया कि उसका 22 साल का बेटा गौरव पिछले कई माह से बेंगलुरु में रह रहा है। गौरव का इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सहारनपुर के गांव खजूरहेड़ी निवासी राशिद, हसनपुर के अजहर और मेघ छप्पर के सादिक ने ब्रेनवाश किया। इसके पीछे रेशमा निवासी बेंगलुरु का भी हाथ है। सुमन की शिकायत पर एटीएस लखनऊ की टीम शनिवार को सहारनपुर पहुंची और तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों ने कबूला जुर्म
आरोपितों ने स्वीकारा है कि वे गरीब हिंदू परिवारों को चुनते हैं और उनके मतांतरण कराते हैं। सुमन ने बताया कि गौरव पिछले कई माह से रेशमा के संपर्क में था। रेशमा ने उसके मोबाइल में आनलाइन गेम कैरम बोर्ड डाउनलोड कराया और इसकी आड़ में उसका ब्रेनवाश किया। गौरव का मतांतरण कराया गया है। अब वह रोजा रखता है। नमाज भी पढ़ता है।
सहारनपुर के कई परिवार निशाने पर
मतांतरण कराने वाले जिन आरोपितों को एटीएस ने गिरफ्तार किया है, उनके निशाने पर सहारनपुर के कई परिवार थे। वह आरोपित इन परिवारों को नौकरी का झांसा देते हैं। रुपये का लालच देते हैं। मुस्लिम लड़कियों से शादी का लालच भी देते हैं।
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