Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Rampur : आवारा कुत्तों से लोग परेशान; तीन बच्चों की ले चुके जान- अब 40 लाख खर्च कर समाधान निकालने की कोशिश

    By Sanjeev SharmaEdited By: Mohammed Ammar
    Updated: Mon, 28 Aug 2023 08:39 PM (IST)

    नगर पालिका परिषद ने आवारा कुत्तों से निजात दिलाने को एक कार्य योजना तैयार की है। इसके तहत 40 लाख रुपये खर्च करके इन कुत्तों का टीकाकरण व बध्याकरण कराने जा रही है। दरअसल नगर में आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ रही है। इनसे गंदगी भी फैल रही है। वहीं मासूम बच्चों के लिए खतरा भी बढ़ रहा है। वैसे तो कुत्ते व्यक्ति के लिए सबसे वफादार कहे जाते हैं।

    Hero Image
    Rampur : आवारा कुत्तों से छुटकारा दिलवाने को पालिका करेगी 40 लाख खर्च

    जागरण संवाददाता, रामपुर : आवारा कुत्ते मासूम बच्चों के लिए खतरा बन रहे हैं। जिले में इन कुत्तों के हमले में कई मासूम बच्चों की जान तक जा चुकी है। आवारा कुत्ते रामपुर शहर में भी काफी हैं, जो गली-मुहल्लों व अधिक भीड-भाड वाले क्षेत्रों में सड़कों पर दिखाई देते हैं। नगर पालिका परिषद ने इनसे निजात दिलाने की तैयारी की है। पालिका इन कुत्तों का टीकाकरण व बध्याकरण कराने जा रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तीन बच्चों की जा चुकी है जान

    नगर पालिका परिषद ने आवारा कुत्तों से निजात दिलाने को एक कार्य योजना तैयार की है। इसके तहत 40 लाख रुपये खर्च करके इन कुत्तों का टीकाकरण व बध्याकरण कराने जा रही है। दरअसल नगर में आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ रही है। इनसे गंदगी भी फैल रही है। वहीं मासूम बच्चों के लिए खतरा भी बढ़ रहा है। वैसे तो कुत्ते व्यक्ति के लिए सबसे वफादार कहे जाते हैं, लेकिन पिछले दिनों टांडा, स्वार, भोट आदि इलाकों में इनके हमलों में तीन बच्चों की जान तक जा चुकी है।

    इन घटनाओं के बाद विभिन्न संगठनों के द्वारा प्रशासन से आवश्यक कदम उठाने की मांग की गई। इसके बाद नगर पालिका ने कुत्तों का टीकाकरण व बध्याकरण कराने की योजना तैयार की।

    पालिका के ईओ अवनीश कुमार ने बताया कि आवारा घूमने वाले कुत्तों का टीकाकरण व बध्याकरण कराने के लिए 40 लाख की कार्य योजना बनाई है। इसके विशेषज्ञ के माध्यम से इस कार्य को कराया जाएगा। इसके लिए जगह व अन्य व्यवस्थाएं पालिका उपलब्ध कराएगी। इस बारे में पालिका ने पशुचिकित्सा विभाग के अधिकारियों से भी संपर्क किया जा रहा है।