UP Madrasa Survey : रामपुर में बिना पंजीकरण के चल रहे 86 मदरसे, देखें किस क्षेत्र में सबसे कम मदरसे
UP Madrasa Survey रामपुर जिले में 86 मदरसे बिना पंजीकरण के चल रहे हैं। इनमें सबसे कम मिलक तो सबसे अधिक टांडा-स्वार क्षेत्र में पाए गए हैं। इनकी रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन को भेज दी गई है।शासन के निर्देश पर बिना पंजीकृत मदरसों का सर्वे कराया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, रामपुर। UP Madrasa Survey : रामपुर जिले में 86 मदरसे बिना पंजीकरण के चल रहे हैं। इनमें सबसे कम मिलक तो सबसे अधिक टांडा-स्वार क्षेत्र में पाए गए हैं। इनकी रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन को भेज दी गई है।शासन के निर्देश पर बिना पंजीकृत मदरसों का सर्वे कराया जा रहा है।
जिलाधिकारी के निर्देश पर कमेटी गठित
सर्वे जिला अधिकारी रविंद्र कुमार मांदड के निर्देश पर गठित कमेटी द्वारा कर लिया गया है। जिला अल्पसंख्यक अधिकारी जीशान मलिक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कल्पना सिंह और संबंधित तहसीलों के उपजिलाधिकारी मदरसों के सर्वे के लिए बनी कमेटी में शामिल हैं। इनके द्वारा सर्वे पूर्ण कर लिया है।
स्वार-टांडा तहसील में सबसे ज्यादा बिना पंजीकृत मदरसे
जिले भर में बिना पंजीकरण वाले मदरसे 86 पाए गए हैं। इनमें सबसे कम मात्र एक मिलक तहसील क्षेत्र तो सबसे अधिक 60 टांडा व स्वार तहसील क्षेत्र में पाए गए हैं। बाकी शहर, बिलासपुर और शाहबाद तहसील क्षेत्रों के हैं। सर्वे में बिना पंजीकृत पाए गए इन मदरसों में शहर के कई नामी और बड़े मदरसे भी शामिल हैं, जिन्हें विदेशी ग्रांट भी मिलती हैं।
जानें कितने हैं पंजीकृत मदरसे
जिला अल्पसंख्यक अधिकारी जीशान मलिक ने बताया कि मदरसों के सर्वे की रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन को भेज दी गई है। जिले में पंजीकृत मदरसे 321 और बिना पंजीकृत मदरसे 86 पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि शासन ने रिपोर्ट 15 नवंबर तक मांगी है, लेकिन जिला स्तर की कमेटी ने सर्वे अक्टूबर में ही पूर्ण कर एडीएम प्रशासन को रिपोर्ट प्रेषित कर दी है।
55 मदरसे तो घरों में चल रहे
उन्होंने बताया कि बिना पंजीकृत पाए गए 86 मदरसों में 55 अपने भवनों में संचालित हैं। सर्वे के दौरान सभी मदरसा संचालकों ने मदरसों के पंजीकरण के लिए आवेदन लंबित होने की जानकारी दी। हालांकि उनमें पुस्तकों को उपयोग शासन की गाइड के हिसाब होता पाया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।