Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शिक्षकों को टीईटी पास जरूरी... रामपुर के 1000 बेसिक टीचर की राह में आ सकती है मुश्किलें

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 02:54 PM (IST)

    सुप्रीम कोर्ट ने टीईटी की अनिवार्यता पर निर्णय दिया है जिससे रामपुर जिले के लगभग एक हजार बेसिक शिक्षकों के सामने मुश्किल खड़ी हो सकती है। ये वे शिक्षक हैं जिन्होंने टीईटी पास नहीं किया है और उनकी सेवा अवधि पांच साल से ज़्यादा बची है। कोर्ट ने 29 जुलाई 2011 के बाद नियुक्त शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्य कर दिया है अन्यथा सरकार उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे सकती है।

    Hero Image
    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, रामपुर। जनपद में एक हजार बेसिक शिक्षकों की राह में आगे मुश्किल आ रही है। ये वो शिक्षक हैं जो बिना टेट वाले हैं और उनकी शेष सर्विस भी अभी पांच साल से अधिक है। यह स्थिति सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय से उत्पन्न हो रही है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा पदोन्नति या नियुक्ति में टेट की अनिवार्यता के संबंध में निर्णय दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित निर्णय में कहा गया है कि 29 जुलाई 2011 के बाद नियुक्त शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्य है। नियुक्ति और पदोन्नति दोनों में ही टीईटी जरूरी है। कक्षा एक से पांच तक के स्कूलों में प्राइमरी स्तर का टेट तथा कक्षा छह से आठ तक के स्कूलों में जूनियर स्तर का टेट होना अनिवार्य है।

    सुप्रीम कोर्ट ने टीईटी की अनिवार्यता पर दिया है निर्णय

    पदोन्नति में टीईटी का मुद्दा काफी लंबे समय से न्यायालय में विचाराधीन था। इस कारण प्रदेश में जूनियर हाई स्कूल के हेड के पदों पर वर्ष 2010 से तथा प्राइमरी स्कूलों के हेड अथवा जूनियर हाई स्कूल के सहायक के पदों पर वर्ष 2016 के बाद प्रमोशन नहीं हो पाए हैं। सोमवार को आए निर्णय में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जिन शिक्षकों की सर्विस पांच साल बची है उन पर टीईटी अनिवार्य नहीं है परंतु यदि वह पदोन्नति चाहते हैं तो दो वर्ष के अंदर उन्हें टेट पास करना होगा।

    दो साल के अंदर टेट करना होगा पास

    जिन शिक्षकों की सर्विस पांच वर्ष से अधिक बची है उन्हें भी दो साल के अंदर टेट पास करना होगा अन्यथा कि स्थिति में सरकार उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति प्रदान कर सकती है। हालांकि अभी जिला स्तर पर अधिकृत कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी कल्पना देवी ने बताया कि अभी बिना टेट वाले शिक्षकों की संख्या पता नहीं है। रिकार्ड से पता चल पाएगी।

    उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री ने दी जानकारी

    उधर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री आनंद प्रकाश गुप्ता ने बताया कि जनपद में 5200 शिक्षक हैं जिनमें से 1200 शिक्षक 29 जुलाई 2011 से पूर्व के हैं। पांच वर्ष से अधिक शेष सर्विस वाले शिक्षक लगभग 1000 है जिन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार दो वर्ष में टेट की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।

    शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष रवेंद्र गंगवार ने बताया कि सोमवार को उनके महासंघ का राष्ट्रीय पर हमारा विद्यालय हमारा स्वाभिमान कार्यक्रम था, इसलिए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर ध्यान नहीं दे पाए हैं। बस इतना पता चला कि शिक्षकों की नियुक्ति व पदोन्नति में टेट अनिवार्य किए जाने के संदर्भ में निर्णय आया है।