यूपी के इस जिले में दूर होगी चिकित्सकों की कमी, इंटरव्यू से होगी 29 डॉक्टरों की भर्ती
रामपुर जिले में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए संविदा पर 29 एमबीबीएस डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी। इसके लिए 17 और 27 अक्टूबर को साक्षात्कार आयोजित किए जाएंगे। सीएमओ डॉ. दीपा सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने सीएचसी और पीएचसी में जरूरी संसाधनों को पूरा करने और अवैध अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। मच्छरजनित रोगों से बचाव के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, रामपुर। जिले में चिकित्सकों की कमी जल्द दूर हाेगी। इसके लिए संविदा पर चिकित्सकों की नियुक्ति की जा रही है। 29 एमबीबीएस चिकित्सक पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इसके सापेक्ष 51 आवेदन आए हैं। अब इनकी नियुक्ति जिलाधिकारी द्वारा गठित समिति साक्षात्कार के आधार पर करेगी। साक्षात्कार 17 और 27 अक्टूबर को होगा। डाक्टरों की नियुक्ति होने पर इन्हें सरकारी अस्पतालों में भेजा जाएगा।
यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. दीपा सिंह ने दी। वह बुधवार को दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में शामिल हुई थीं। उन्होंने बताया कि वह पिछले माह ही जिले में आई हैं। यहां स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए चिकित्सकों की कमी दूर करना उनकी प्राथमिकता में है। इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। एक तिहाई चिकित्सकों की कमी है। खासकर विशेषज्ञ नहीं हैं। पैरा मेडिकल स्टाफ भी कम है। इसे दूर कराया जा रहा है। उन्होंने पाठकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अव्यवस्था है। अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है। यहां एंटी रैबीज लगाने के लिए मरीज से पैसे लिए जाते हैं। सीरिंज भी मरीज से मंगाई जाती है। संजीव कुमार, टांडा।
सभी सीएचसी व पीएचसी पर जरूरी संसाधनों को पूरा करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। टांडा सीएचसी पर भी अल्ट्रासाउंड के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। बाकी कमियां दूर कराने के लिए टीम भेजकर जांच कराएंगे। शिकायत सही पाए जाने पर कार्रवाई भी की जाएगी।
जिला अस्पताल में सामान्य खांसी, बुखार या जुकाम होने पर भी चिकित्सक पर्चे पर कुछ दवाएं बाहर की जरूर लिखवा देते हैं। यह दवा वह अपने सहायक से लिखवाते हैं और बाद में उसे काट देते हैं। अभिषेक गुप्ता, ज्वालानगर।
आपकी शिकायत से जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को अवगत कराया जाएगा।
पटवाई में एक अल्ट्रासाउंड पर पथरी की जांच कराई थी। बाद में दूसरे अल्ट्रासाउंड पर जांच कराई। दोनों जांच रिपोर्ट में अंतर था। पटवाई वाले अल्ट्रासाउंड में पथरी की मोटाई करीब दो एमएम अधिक थी। इस अल्ट्रासाउंड के बाहर बाेर्ड पर चिकित्सक का नाम या डिग्री भी नहीं है। इसके अवैध रूप से संचालित होने का संदेह है। अरुण सागर, नरखेड़ा पटवाई।
आपकी शिकायत नोट कर ली है। अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच कराई जाएगी।
ज्वालानगर क्षेत्र में एक दंत चिकित्सक अवैध रूप से अस्पताल चला रहे हैं। उनके कई मरीज इसकी शिकायत कर चुके हैं। इसकी जांच कराई जाए। डा. अली फ़ैज़, नूर महल आवास विकास कालोनी।
अवैध रूप से संचालित अस्पतालों के खिलाफ हमारे द्वारा कार्रवाई कराई जा रही है। अब तक 12 अस्पताल और अल्ट्रासाउंड सेंटर पर कार्रवाई की जा चुकी है। आपकी शिकायत पर भी टीम भेजकर जांच कराई जाएगी।
इस मौसम में मच्छरजनित रोगों का प्रकोप अधिक रहता है। इससे बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से क्या इंतजाम हैं। आदेश सिरोही, सैफनी।
संचारी रोग नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत घर-घर जाकर आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इसके अलावा जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी और पीएचसी पर डेंगू की जांच की सुविधा है।
सीएचसी व पीएचसी पर किट से जांच की जाती है, जबकि जिला अस्पताल में डेंगू की जांच की पुष्टि के लिए एलाइजा टेस्ट की सुविधा है। जिला अस्पताल समेत सीएचसी व पीएचसी पर डेंगू के मरीजों को भर्ती करने के लिए विशेष वार्ड बनाए गए हैं।
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