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    पापा मैं ठीक हूं… नेपाल में बेटी-दामाद से बात कर परिवार ने ली राहत की सांस, हिंसा की खबर मिलने पर बढ़ी थी बेचैनी

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 10:43 PM (IST)

    रामपुर के मेंथा निर्यातक विपिन गुप्ता ने नेपाल में हिंसा के बाद अपनी बेटी और दामाद से बात कर राहत की सांस ली। उनकी बेटी की शादी नेपाल के एक उद्योगपति के बेटे से हुई है। हिंसा के बाद परिवार चिंतित था लेकिन बेटी ने बताया कि वे सुरक्षित हैं और हालात सामान्य हो रहे हैं। सेना ने स्थिति नियंत्रण में कर ली है।

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    पापा मैं ठीक हूं.. नेपाल में बेटी-दामाद से बात कर निर्यातक के परिवार ने ली राहत की सांस

    जागरण संवाददाता, रामपुर। पापा मैं ठीक हूं। हम सभी सुरक्षित हैं। यहां अब हालात सामान्य होने लगे हैं। नेपाल में भड़की हिंसा के बाद से परेशान क्षेत्र के मेंथा निर्यातक विपिन गुप्ता और उनके परिवार ने बेटी-दामाद से बात करके राहत की सांस ली।

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    रोशन बाग निवासी विपिन गुप्ता इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हैं और वर्तमान में लघु उद्योग भारती के मंडल सचिव भी हैं। उन्होंने अपनी बेटी शुभांगी वार्ष्णेय की शादी तीन साल पहले नेपाल के बड़े उद्योगपति दिनेश खंडेलवाल के बेटे अभिषेक खंडेलवाल से की है।

    नेपाल में उनकी पालीपैक और आयुर्वेदिक दवा बनाने की फैक्ट्री है। उनकी एक फैक्ट्री काठमांडू में भी है। उन्होंने बताया कि जब मीडिया में नेपाल हिंसा की खबर आई, तब हम सभी स्वजन घबरा गए थे।

    बेटी और उसके ससुरालीजन की चिंता होने लगी। वहां हिंसा के बाद मोबाइल पर बात नहीं हो पा रही थी। गुरुवार को किसी तरह बात हुई। वहां सभी के सकुशल होने पर राहत की सांस ली।

    उन्होंने बताया कि बेटी की ससुराल नेपाल के वीरगंज की है। बेटी और उनके ससुरालियों से बात की। अब वहां हालात सामान्य हैं। सेना ने स्थिति पर नियंत्रण पा लिया है।

    वहां की जनता सरकार और भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़कों पर आ गई थी। हिंसक भीड़ के सामने जो भी आया, उसे निशाना बनाया गया।

    स्थानीय लोग भय के कारण अपने घरों में छिपे रहे। शुक्रवार को भी बेटी और उसके ससुराल में तीन से चार बार बात हो चुकी है। उनकी कुशलता जानने के बाद चिंता दूर हुई है।

    विपिन गुप्ता ने बताया कि वह कई देशों में मेंथा निर्यात करते हैं, लेकिन नेपाल में निर्यात नहीं किया जाता है। नेपाल से तारपीन का तेल आयात होता है, जो सिंथेटिक मेंथा बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।

    नेपाल में हिंसा से उसके आयात पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। यह तेल चाइना समेत दूसरे देशों से भी आयात किया जाता है।