कोडीन युक्त कफ सीरप की अवैध बिक्री में फंसी लता फार्मास्युटिकल, औषधि निरीक्षक ने दी फर्म के खिलाफ तहरीर
रामपुर में कोडीन युक्त सीरप की अवैध बिक्री में लता फार्मास्युटिकल नामक एक और फर्म फंस गई है। औषधि निरीक्षक ने फर्म के खिलाफ शहर कोतवाली में शिकायत दर् ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रामपुर। कोडीन युक्त सीरप की अवैध बिक्री में शहर की एक और फर्म फंस गई है। सीरप की खरीद और बिक्री का हिसाब न देने पर उसके खिलाफ कानूनी शिकंजा कसने वाला है। इसके लिए औषधि निरीक्षक की ओर से शहर कोतवाली में तहरीर दी गई है।
कोडीन युक्त सीरप की अवैध बिक्री करने वाली फर्म को लेकर प्रदेश सरकार सख्त हो गई है। प्रदेश भर में 298 फर्मों द्वारा कोडीन सीरप की अवैध खरीद-फरोख्त की गई है।
इसमें जिले की भी आधा दर्जन फर्म शामिल हैं। इन फर्म के खिलाफ औषधि विभाग की ओर से जांच की जा रही है। जिले की इन फर्म के बारे में गाजियाबाद से टिप मिली थी।
गाजियाबाद के औषधि विभाग के अधिकारियों ने वहां कुछ थोक विक्रेताओं के यहां छापे मारे थे, जिसमें पता चला कि उनके द्वारा रामपुर की भी आधा दर्जन फर्म द्वारा गाजियाबाद से बड़ी मात्रा में माल खरीदा गया था, जिसकी बिक्री का फर्म के पास कोई रिकार्ड नहीं है।
इन सभी फर्म को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया। औषधि निरीक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि शहर के मुहल्ला राजद्वारा में लता फार्मास्युटिकल फर्म को भी नोटिस भेजा गया था।
फर्म द्वारा कोडीन युक्त सीरप के क्रय-विक्रय का हिसाब नहीं दिया गया। इस फर्म के प्रोपराइटर हर्ष अग्रवाल हैं। फर्म के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए शहर कोतवाली में तहरीर दी है।
शहर कोतवाली प्रभारी ओमकार सिंह ने बताया कि तहरीर मिली है। तहरीर के अलावा जरूरी कागज मांगे गए हैं। उनके मिलने पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
इससे पहले छह पर दर्ज हो चुकी प्राथमिकी
कोडिन कफ सीरप की बिक्री बिना डाक्टर के पर्चे पर किया जाना अवैध है और इसकी बिक्री का रिकार्ड सभी दवा विक्रेताओं को रखना जरूरी है। बावजूद इसके कुछ दवा विक्रेता चोरी छिपे बिना बिल के इसे बेच रहे हैं।
चार माह में कोडीन सीरप की अवैध बिक्री के आरोप में औषधि विभाग की ओर से छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की चुकी है। इनमें इसी माह गंज कोतवाली में दर्ज प्राथमिकी में शहर के मुहल्ला पक्का बाग में दवा के थोक विक्रेता उमर, सलमान और मुहल्ला घेर कलंदर खां में उस्मान को नामजद किया था।
उनके यहां जांच करने पर कफ सीरप का कोई भंडारण नहीं मिला, जबकि उनके द्वारा कंपनियों से इसकी खरीद की गई थी। उन्होंने सभी माल बिना बिल के बेच दिया था।
इसके अलावा आठ सितंबर को औषधि और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने मोरी गेट के पास एक गोदाम पर छापा मारा। यहां कोडीन युक्त सीरप की 11893 बोतल मिलीं थी, जिसकी कीमत 17 लाख रुपये थी।
इस मामले में औषधि निरीक्षक की ओर से शहर कोतवाली में टांडा थाना क्षेत्र के करीमपुर गर्वी गांव के अब्दुल कादिर, टांडा के ग्राम परसुपुरा के अहसान नूरी और अजीमनगर थाना क्षेत्र के बजावाला गांव के अनीस के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

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