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    रामपुर में रह रहे 50 कश्मीरी, खुफिया विभाग सतर्क; दिल्ली ब्लास्ट के बाद सभी का कराया जा रहा वेरिफिकेशन

    Updated: Mon, 24 Nov 2025 07:32 PM (IST)

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद जिले में कश्मीरी कनेक्शन को लेकर खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। स्थानीय स्तर पर पुलिस भी नजरें गड़ाए है। रामपुर व केमरी स्थित मदरसों में करीब 18 कश्मीरी बच्चे तालीम हासिल कर रहे हैं। वहीं लगभग 32 कश्मीरी शाल व अन्य गर्म कपड़े बेचने के लिए जिले में मौजूद हैं।

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    जागरण संवाददाता, रामपुर। दिल्ली ब्लास्ट के बाद जिले में कश्मीरी कनेक्शन को लेकर खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। स्थानीय स्तर पर पुलिस भी नजरें गड़ाए है। रामपुर व केमरी स्थित मदरसों में करीब 18 कश्मीरी बच्चे तालीम हासिल कर रहे हैं। वहीं लगभग 32 कश्मीरी शाल व अन्य गर्म कपड़े बेचने के लिए जिले में मौजूद हैं। ये शहर के अलग-अलग हिस्सों में किराये के मकान लेकर रह रहे हैं। सभी का सत्यापन कराया जा रहा है।

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    आतंकी गतिविधियों से रामपुर का भी गहरा नाता रहा है। वर्ष 2008 में सीआरपीएफ कैंप पर हमले में सात जवान शहीद हुए थे। इसके बाद इसी वर्ष टांडा का रहनेवाला शहजाद एटीएस के हत्थे चढ़ा था। उसके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ से संपर्क थे। वह एजेंसी को यहां से खुफिया जानकारी दे रहा था।

    इसके बाद खजुरिया थानाक्षेत्र के गांव सराय कदीम निवासी कासिम अली को एटीएस ने 28 सितंबर को उठा लिया था। जांच-पड़ताल में पता चला कि वह मोबाइल के जरिये एक आतंकी संगठन तैयार कर रहा था। उसके साथ ही देश भर से तीन अन्य लोगों को भी एटीएस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। आतंकी गतिविधियों को लेकर स्थानीय पुलिस से लेकर राष्ट्रीय स्तर की खुफिया एजेंसियां रामपुर पर नजरें गड़ाए रहती है।

    इधर, दिल्ली में बम धमाके के बाद जिले से संपर्क साधे कश्मीरियों की गतिविधियों पर भी बारीकी से जांच-पड़ताल की जा रही है। सर्दी शुरू होने से पहले हर बार कुछ कश्मीरी रामपुर पहुंचते हैं। यहां वे गर्म शाल व अन्य कपड़े बेचने आते हैं। इस बार 32 कश्मीरी इसी व्यवसाय के सिलसिले में यहां आए हैं। ये सभी शहर में ही किराए के मकानों में अलग-अलग रहे हैं।

    खुफिया एजेंसियाें के साथ ही स्थानीय पुलिस भी इन सभी का कश्मीर से सत्यापन करा रही है। इसके अलावा शहर और केमरी में स्थित कुछ मदरसों में 18 कश्मीरी छात्र तालीम हासिल कर रहे हैं। खुफिया एजेंसियां इनके सत्यापन से लेकर इनको मिलने के लिए यहां आने-जाने वालों पर भी नजरें गड़ाए हैं।

    दिल्ली में बम धमाके के बाद लखनऊ समेत कुछ अन्य जगहों पर आतंकी सक्रियता की जांच-पड़ताल में पुलिस व अन्य एजेंसियां जुटी हैं। स्थानीय स्तर पर पुलिस भी कश्मीर से आए लोगों के दस्तावेजों व चरित्र का सत्यापन करा रही है। कुछ भी संदेहास्पद मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।- विद्यासागर मिश्र, पुलिस अधीक्षक