रामपुर में फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में जनसेवा केंद्र संचालक समेत तीन के खिलाफ FIR दर्ज, एक गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के रामपुर में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जाति प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में लेखपाल की ओर से जनसेवा केंद्र संचालक तीन लोगों के खिलाफ प् ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, टांडा। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जाति प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में लेखपाल की ओर से जनसेवा केंद्र संचालक तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने मुख्य आरोपित सुमित को गिरफ्तार कर लिया है।
लेखपाल कुंदन सिंह के अनुसार, 17 मार्च 2022 में ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल के माध्यम से सुमित द्वारा गांव सेढू का मझरा निवासी दर्शाते हुए जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया गया था। आवेदन के साथ आधार कार्ड, स्वप्रमाणित घोषणा पत्र व ग्राम प्रधान का प्रमाण पत्र लगाया गया, जिसके आधार पर 21 अप्रेल 2022 को प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया।
बाद में जांच में सामने आया कि सुमित नाम का कोई व्यक्ति उक्त गांव का निवासी नहीं है और ग्राम प्रधान का प्रमाण पत्र भी फर्जी है। लेखपाल का कहना है कि, सुमित ने जन सेवा केंद्र प्रभारी के साथ मिलकर धोखाधड़ी की नीयत से आधार कार्ड व ग्राम प्रधान का फर्जी प्रमाण पत्र तैयार किया और तथ्यों को छिपाकर उसने गलत तरीके से जाति प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिया।
उधर, एसडीएम ने बताया कि 16 दिसंबर को जिलाधिकारी अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में शिकायतकर्ता विपुल कुमार निवासी ग्राम रामनगर, तहसील काशीपुर, जिला उधमसिंहनगर (उत्तराखण्ड) की शिकायत के आधार पर जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति की बैठक आयोजित की गयी, जिसमें अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) उपजिलाधिकारी टाण्डा, तहसीलदार टाण्डा, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, रामपुर, जिला समाज कल्याण अधिकारी, रामपुर, शिकायतकर्ता विपुल कुमार की मौजूदगी में हुई सुनवाई में तथ्य संज्ञान में आया कि सुमित कुमार द्वारा अपना उक्त जाति प्रमाण पत्र जनसेवा केन्द्र प्रभारी फहीम अहमद व रिजवान खां से मिलकर कूटरचित तरीके से आधार कार्ड व ग्राम प्रधान का फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर जाति प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिया गया।
सुमित कुमार द्वारा समिति के समक्ष स्वयं यह स्वीकार किया गया है। साथ ही सुमित कुमार द्वारा उक्त जाति प्रमाण पत्र के आधार पर दुरुपयोग कर कुछ व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। जिलाधिकारी के निर्देश पर लेखपाल कुंदन सिंह ने गांव रामनगर काशीपुर निवासी सुमित कुमार, जनसेवा केंद्र प्रभारी फहीम अहमद निवासी सेढू का मझरा व मुहल्ला अल्ली खान काशीपुर निवासी रिजवान खान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
पुलिस ने सुमित कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं आख्या लगाने वाले क्षेत्रीय राजस्व के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। ज्ञात रहे कि, एक दिसंबर को उत्तराखंड के गांव रामनगर काशीपुर निवासी महिला प्रियंका ने उसी गांव के सुमित के खिलाफ फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
महिला का कहना था कि सुमित ने स्वयं को तहसील टांडा के गांव सेढू का मझरा, का निवासी बताते हुए धोखाधड़ी कर अपना फर्जी अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र बनवा लिया। जबकि वह अनुसूचित जाति का नहीं है। जिसका वह दुरुपयोग कर गलत लाभ उठा रहा है। और वह सेढू का मझरा निवासी भी नहीं है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।