साइबर अपराधियों ने SIR को बनाया ठगी का नया तरीका, वोट कटने का डर दिखाकर ऐसे कर रहे Cyber Fraud
मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को साइबर अपराधियों ने ठगी करने नया तरीका बना रहे हैं। साइबर ठग लोगों को एसआइआर की एपीके फाइल भेज रहे हैं। ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, रामपुर। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को साइबर अपराधियों ने ठगी करने नया तरीका बना रहे हैं। साइबर ठग लोगों को एसआइआर की एपीके फाइल भेज रहे हैं। फोन करके ओटीपी मांग रहे हैं। झांसे में आने वालों के साथ साइबर ठगी की जा रही है। इस प्रकार के नए साइबर अपराध को लेकर एसपी ने साइबर क्राइम पुलिस अलर्ट कर दिया है और लोगों को इस संबंध में जागरूक करने के निर्देश दिए है।
वर्तमान में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान एसआई चलाया जा रहा है। एसआईआर की तारीख 15 दिन बढ़ा दी गई है। प्रशासन शहर से लेकर गांव तक मतदाताओं को जागरूक कर उनके एसआइआर फार्म भरवा रहा है। एसआइआर फार्म में मतदाताओं को अपना पूरा ब्यौरा भरना है। इस पर अब साइबर अपराधी भी सक्रिय हो गए है।
कई जगह एसआइआर की एपीके फाइल भेजकर ठगी के मामले सामने आ चुके हैं। इसमें मतदाताओं के मोबाइल पर संदेश भेजकर उन्हें वोट कटने का डर दिखाया जा रहा है। साइबर ठगों ने एसआइआर की एपीके फाइल मतदाताओं को भेज रहे हैं। इसके बाद ओटीपी मांगकर खाते खाली किए जा रहे हैं।
इस एपीके फाइल को डाउनलोड करने पर साइबर ठग संबंधित व्यक्ति का मोबाइल हैक कर उनके खातों से रुपये निकाल रहे हैं। साइबर ठगों के ठगी करने के बदले तरीके ने पुलिस को अलर्ट हो गई है। पुलिस अधीक्षक ने सभी को पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में लोगों को जागरूक करने को कहा। अपील की कि वह किसी भी प्रकार के बहकावे में न आए।
ये सावधानी बरतें और ठगी से बचें
एसआईआर व अन्य किसी भी नाम से आने वाली एपीके फाइल को डाउनलोड न करें।
अधिकारी या बीएलओ बनकर कोई ओटीपी मांग तो शेयर न करें।
एसआइआर के लिए चुनाव आयोग की वेबसाइट या एप का ही इस्तेमाल करें।
धोखाधड़ी होने पर साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या www.cyber- crime.gov in पर शिकायत करें।
साइबर थाने, स्थानीय पुलिस थाने व बैंक में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
एसआईआर फार्म को लेकर अपने बीएलओ से संपर्क करें और उनके अनुसार ही फार्म भरें। किसी भी व्यक्ति के द्वारा फोन पर ओटीपी मांगने पर उसे न दें। साइबर ठगों से सावधान रहने की जरूरत है। विद्या सागर मिश्र, एसपी, रामपुर

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