रामपुर की 6 से ज्यादा फर्म ने अवैध तरीके से गाजियाबाद से खरीदा कोडिन सीरप, सभी को नोटिस जारी
रामपुर में औषधि विभाग ने कोडिन सीरप की अवैध बिक्री पर सख्ती दिखाई है। गाजियाबाद से रामपुर की आधा दर्जन फर्मों द्वारा सीरप खरीदने की सूचना पर नोटिस जार ...और पढ़ें
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जागरण संवाददाता, रामपुर। जिले में कोडिन सीरप की अवैध बिक्री की जा रही है। कुछ फर्म संचालक चोरी छिपे इसे बेच रहे हैं। उनके पास इसके क्रय और विक्रय का हिसाब नहीं है। जिले की आधा दर्जन फर्म संदेह के दायरे में आ गई हैं।
इन फर्मों द्वारा गाजियाबाद से माल खरीदने और यहां चोरी से खपाने की जानकारी पर औषधि विभाग सतर्क हो गया है। स्थानीय अधिकारियों को इसकी टिप भी गाजियाबाद से मिली है। औषधि निरीक्षक की ओर से संदेह के दायरे में आई फर्मों को नोटिस जारी कर क्रय और विक्रय का हिसाब मांगा है।
कोडिन सीरप की अवैध बिक्री करने वाली फर्म को लेकर प्रदेश सरकार सख्त हो गई है। प्रदेश भर में 298 फर्मों द्वारा कोडिन सीरप की अवैध खरीद-फरोख्त की गई है। इसमें जिले की भी आधा दर्जन फर्म शामिल हैं। इन फर्म के खिलाफ औषधि विभाग की ओर से जांच की जा रही है।
जिले की इन फर्म के बारे में गाजियाबाद से टिप मिली है। गाजियाबाद के औषधि विभाग के अधिकारियों ने वहां कुछ थोक विक्रेताओं के यहां छापे मारे थे, जिसमें पता चला कि उनके द्वारा रामपुर की भी आधा दर्जन फर्म द्वारा गाजियाबाद से बड़ी मात्रा में माल खरीदा गया था, जिसकी बिक्री का फर्म के पास कोई रिकार्ड नहीं है।
इन सभी फर्म को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है। अभी तक मात्र एक फर्म की ओर से ही जवाब मिला है। अवैध बिक्री करने वाली ये फर्म सदर समेत स्वार और टांडा तहसील में हैं।
औषधि निरीक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि फर्म के द्वारा बिक्री का हिसाब नहीं दिया गया तो उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि कोडिन सीरप प्रतिबंधित नहीं है। इसकी बिक्री बिना डाक्टर के पर्चे के नहीं की जा सकती है।
कोडिन सीरप की अवैध से बिक्री पर अब तक छह के खिलाफ हो चुकी प्राथमिकी
रामपुर : कोडिन कफ सीरप की बिक्री बिना डाक्टर के पर्चे पर किया जाना अवैध है और इसकी बिक्री का रिकार्ड सभी दवा विक्रेताओं को रखना जरूरी है। बावजूद इसके कुछ दवा विक्रेता चोरी छिपे बिना बिल के इसे बेच रहे हैं। चार माह में कोडिन सीरप की अवैध बिक्री के आरोप में औषधि विभाग की ओर से छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की चुकी है।
इनमें तीन विक्रेताओं के खिलाफ इसी माह प्राथमिकी दर्ज की गई है। गंज कोतवाली में दर्ज प्राथमिकी में शहर के मुहल्ला पक्का बाग में दवा के थोक विक्रेता उमर, सलमान और मुहल्ला घेर कलंदर खां में उस्मान को नामजद किया गया है। उनके यहां जांच करने पर कफ सीरप का कोई भंडारण नहीं मिला, जबकि उनके द्वारा कंपनियों से इसकी खरीद की गई थी।
उन्होंने सभी माल बिना बिल के बेच दिया। उमर ने 29 हजार सीरप बेचा, जिसकी कीमत 16.82 लाख है। सलमान ने 91 हजार सीरप बेचा, जिसकी कीमत 93 लाख और उसमान ने करीब 25 लाख कीमत के 42 हजार सीरप बेच दिए।
सभी को बिक्री के रिकार्ड उपलब्ध कराने को नोटिस दिया गया। उनके द्वारा विक्रय बिल, स्टाक रजिस्टर आदि रिकार्ड नहीं दिया गया। इस पर तीनों के ड्रग लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं।
तीन माह पहले गोदाम से मिला था 17 लाख रुपये का कोडिन सीरप
जिले में कई बार कोडिन सीरप की बिना पर्चे के बिक्री की शिकायतें अधिकारियों को मिलती रही हैं। ऐसी ही शिकायत पर जिलाधिकारी के आदेश पर औषधि और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने 24 अगस्त को शहर के राजद्वारा में ताज मेडिकल स्टोर पर छापा मारा था। इसके बाद मेडिकल को सील कर दिया गया और बाद में उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया गया।
इसके बाद आठ सितंबर को एक बड़ी कार्रवाई की गई। औषधि और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने मोरी गेट के पास एक गोदाम पर छापा मारा। यहां काफी मात्रा में कन्डेक्ट्स टीआर 100 एमएल कफ सीरप पड़ा मिला। गिनती कराने पर सीरप की 11893 बोतल मिलीं। इसकी कीमत 17 लाख रुपये थी।
इस मामले में औषधि निरीक्षक की ओर से शहर कोतवाली में तीन लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसमें टांडा थाना क्षेत्र के करीमपुर गर्वी गांव के अब्दुल कादिर, टांडा के ग्राम परसुपुरा के अहसान नूरी और अजीमनगर थाना क्षेत्र के बजावाला गांव के अनीस को नामजद किया था।
इस मामले में पुलिस ने अहसान नूरी और अब्दुल कादिर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि अनीस फरार चल रहा है। इसी मामले में औषधि विभाग ने भी अपनी कार्रवाई के लिए गोदाम में मिले सीरप के सेंपल जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशाला भेजे थे।
औषधि निरीक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि सेंपल की जांच में सीरप में कोडीन की पुष्टि हुई है। अब दवा के नाम पर अवैध कारोबार करने वाले तीनों आरोपितों के खिलाफ न्यायालय में परिवाद दायर किया जाएगा।

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