Rampur: 13 साल पुराने कारतूस घोटाले में कोर्ट पहुंचे सभी आरोपितों ने दर्ज कराए बयान, अब 7 जून को होगी सुनवाई
Rampur प्रदेश का 13 साल पुराना चर्चित कारतूस घोटाला फैसले के करीब आ गया है। इस मामले में अभियोजन की गवाही पूरी हो चुकी है। अदालत अब बचाव पक्ष को सफाई साक्ष्य का अवसर देगी। अदालत अब सात जून को सुनवाई करेगी।
जागरण संवाददाता, रामपुर : प्रदेश का 13 साल पुराना चर्चित कारतूस घोटाला फैसले के करीब आ गया है। इस मामले में अभियोजन की गवाही पूरी हो चुकी है। अदालत अब बचाव पक्ष को सफाई साक्ष्य का अवसर देगी। इससे पहले सोमवार को अदालत के आदेश पर सभी आरोपित कोर्ट पहुंचे और धारा 313 के अंतर्गत अपने बयान दर्ज कराए। अदालत अब सात जून को सुनवाई करेगी।
एसटीएफ लखनऊ ने 29 अप्रैल 2010 को कारतूस घोटाले का पर्दाफाश किया था। एसटीएफ की टीम ने ज्वालानगर रेलवे क्रासिंग के पास घोटाले के सूत्रधार पीएसी से सेवानिवृत्त दारोगा यशोदा नंद को गिरफ्तार किया था। उसके साथ सीआरपीएफ के दो जवान भी पकड़े गए थे। एसटीएफ को तीनों के कब्जे से 1.76 लाख रुपये और ढाई क्विंटल खोखा कारतूस बरामद हुए थे।
जांच में इस घोटाले में दूसरे जिलों के आर्मरर के नाम भी सामने आए। सभी को गिरफ्तार कर बी वारंट पर यहां लाया गया। सभी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए गए। वर्तमान में सभी आरोपित जमानत पर हैं। घोटाले के मुख्य आरोपित यशोदानंद की मृत्यु हो गई थी। मुकदमे में अभियोजन की गवाही पूरी हो चुकी है। धारा 313 के अंतर्गत आरोपितों को बयान के लिए अदालत ने सोमवार के तलब किया था। सभी 22 आरोपित कोर्ट पहुंचे। इनमें ज्यादातर आरोपितों के अधिवक्ता डीके नंदा हैं।
अधिवक्ता ने बताया कि सभी आरोपितों ने कोर्ट में अपने बयान दर्ज करा दिए हैं। अदालत ने सात जून को फिर सभी को तलब किया है। अब अदालत आरोपितों को सफाई साक्ष्य का अवसर देगी।