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    5 एकड़ जमीन और चार पहिया वाहन, फिर भी खा रहे गरीबों का राशन... रामपुर में 14,909 अपात्र राशन कार्ड रद

    Updated: Tue, 23 Dec 2025 02:15 PM (IST)

    रामपुर में पूर्ति विभाग की जांच में 14909 अपात्र राशन कार्ड धारक पाए गए, जबकि 17714 अभी भी संदेह के घेरे में हैं। सरकार से मिली 35989 अपात्रों की सूची ...और पढ़ें

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    सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, रामपुर। सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली के अंतर्गत गरीबों को बांटा जाने वाला राशन कई अमीर लोग भी खा रहे हैं। चार माह पहले सरकार ने 35989 ऐसे ही राशनकार्ड धारकों की सूची जारी की थी, जो पात्रता की श्रेणी से बाहर हैं। इनके पास पांच एकड़ या उससे अधिक जमीन है।

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    चार पहिया वाहन हैं। कुछ तो जीएसटी भी भरते हैं। पूर्ति विभाग ने इनकी जांच की तो अब तक 14909 लोग पकड़ में आए हैं। इनके राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए हैं। विभाग की जांच अभी जारी है। अभी 17714 कार्डधारक संदेह के दायरे में हैं।

    पूर्ति विभाग की जांच में पकड़ में आए 14909 अपात्र

    वर्तमान में जिले में 411761 कार्डधारक हैं। इनमें 377163 पात्र गृहस्थी और 34598 अंत्योदय वाले हैं। इनमें पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को प्रति यूनिट दो किलो गेहूं और तीन किलो चावल दिया जाता है, जबकि अंत्योदय कार्डधारकों को कुल 35 किलो (14 किलो गेहूं व 21 किलो चावल) दिया जाता है। राशन का वितरण मुफ्त होता है। सरकार द्वारा राशन वितरण प्रणाली में सुधार किए जा रहे हैं।

    अभी 17714 संदेह के दायरे में

    कालाबाजारी रोकने को ई पॉश मशीन, कार्ड धारक का अंगूठा, रेटीना स्कैन आदि सुविधाएं लागू की हैं। इसी तरह कार्डधारकों के लिए पात्रता तय कर दी। शासन के निर्देशानुसार शहरी और नगरीय क्षेत्र में राशन कार्ड बनवाने के लिए पात्रों के अलग-अलग मानक हैं। शहरी क्षेत्रों में ऐसे व्यक्ति अपात्र माने जाएंगे, जो आयकरदाता हैं। उनके पास अपना मकान, दुकान, चार पहिया वाहन, जनरेटर, एयरकंडीशन या शस्त्र लाइसेंस है।

    सरकार से मिली 35989 अपात्रों की सूची 

    इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रैक्टर अथवा हार्वेस्टर, पांच केवीए या उससे अधिक क्षमता का जनरेटर, पांच एकड़ से अधिक भूमि, शस्त्र लाइसेंस आदि होने पर उसे अपात्र माना जाएगा। इनके राशन कार्ड नहीं बनाए जाएंगे और यदि इनके राशन कार्ड बने हैं तो उन्हें निरस्त किया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार द्वारा डाटा एनालिटिक्स डैशबोर्ड पर अपात्रों से संबंधित सूची को विभागीय वेबसाइट पर फ्लैग कर दिया है। इनमें अपात्रों के राशन कार्ड नंबर और अपात्र होने की वजह के साथ मोाबाइल नंबर अंकित किया गया है।

    चार माह से चल रही जांच

    चार माह पहले मिली इस सूची के आधार पर प्रत्येक ब्लाक और टाउन एरिया में राशन कार्डों के सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लाकवार खंड विकास अधिकारियों तथा नगर में अधिशासी अधिकारियों को राशन कार्ड सत्यापन के लिए नोडल अधिकारी बनाया है।

    जांच में मिले अपात्रों के सत्यापन का विवरण

     

    • अपात्राता का कारण अपात्रों की संख्या
    • दो लाख से अधिक आय वाले ग्रामीण क्षेत्र के अपात्र 1883
    • तीन लाख से अधिक आय वाले शहरी क्षेत्र के अपात्र 2473
    • कार आदि छोटे चार पहिया वाहन 3958
    • पांच एकड़ से अधिक भूमि वाले 1997
    • छह माह से राशन न लेने वाले 1560
    • एक साल तक राशन न लेने वाले 432
    • 25 लाख से अधिक जीएसटी वाले 61

     

    25 लाख से अधिक जीएसटी देने वाले 61 लोगों के भी बने थे राशन कार्ड

    सरकार की ओर से भेजी सूची में 25 लाख रुपये सालाना से अधिक जीएसटी देने वालों के भी नाम थे। सूची के अनुसार जिले में ऐसे 67 लोग राशन ले रहे थे। हालांकि जांच में 61 लोग ही मिले। इन सभी के कार्ड निरस्त कर दिए गए हैं। कार वाले 3958 लोगों के राशन कार्ड निरस्त किए गए हैं। इसके अलावा दो लाख से अधिक आय वाले 1883 और तीन लाख से अधिक आय वाले 2473 कार्डधारक के कार्ड निरस्त हुए हैंं। अब तक 14909 अपात्रों के कार्ड निरस्त किए जा चुके हैं। जांच अभी जारी है। पूरन सिंह चौहान, जिला पूर्ति अधिकारी।