रामपुर में बनेगा मेंथा क्लस्टर, बुलंदी पर पहुंचेगा कारोबार
मुस्लेमीन रामपुर साल 2021 मेंथा कारोबारियों के लिए नई उम्मीदें लेकर आया है। ...और पढ़ें

मुस्लेमीन, रामपुर : साल 2021 मेंथा कारोबारियों के लिए नई उम्मीदें लेकर आया है। मेंथा के एक जिला एक उत्पाद योजना में शामिल होने से इस कारोबार के बुलंदी पर पहुंचने की राहें खुल गई हैं। अब यहां मेंथा कलस्टर बनेगा। विश्व स्तरीय मेंथा टेस्टिग लैब बनेगी। इंटरनेशनल बैंकिग की ब्रांच भी खुलेगी। मेंथा किसान से लेकर उद्यमी तक को अनुदान के साथ आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी।
रामपुर में मेंथा का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है। हजारों किसान और उद्यमी इस कारोबार से जुड़े हैं। मेंथा निर्यात में तो रामपुर देश में नंबर वन है। पूरे देश से साल में करीब छह हजार करोड़ का मेंथा निर्यात होता है। इसमें 1750 करोड़ अकेले रामपुर से निर्यात होता है। इस कारोबार में खेत से लेकर निर्यात तक की चेन बनी है। किसान पहले खेत में फसल उगाता है, फिर टंकी में तेल निकालता है। इसके बाद उद्यमियों को बेचता है। उद्यमी प्लांट में तेल से मेंथोल बनाते हैं। रामपुर में मेंथोल तैयार करने के 14 प्लांट लगे हैं। इनमें पांच प्लांट ऐसे हैं, जो निर्यात कर रहे हैं। रामपुर के सुशील सहाय ने ही मेंथा की शिवालिक प्रजाति की खोज की, जिसके लिए उन्हे पदमश्री से सम्मानित किया गया। जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त एसके शर्मा बताते हैं कि एक जिला एक योजना में पिछले दिनों मेंथा को भी शामिल कर लिया गया है। पहले रामपुर का पैचवर्क ही इस योजना में शामिल था। अब मेंथा कलस्टर बनेगा। मेंथा की टेस्टिग लैब भी बनेगी। किसानों को मेंथा तेल निकालने के लिए टंकी की स्थापना के लिए 25 करोड़ तक का लोन मुहैया कराया जाएगा। इसमें 25 फीसद छूट भी दी जाएगी। इसी तरह उद्यमियों को 1.50 करोड़ लोन पर 20 लाख रुपये तक अनुदान दिया जाएगा। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन रामपुर के अध्यक्ष एवं मेंथा उद्यमी एसके गुप्ता कहते हैं कि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पिछले दिनों मेंथा को एक जिला एक उत्पाद में शामिल कराया। इससे मैंथा उद्यमियों को बहुत फायदा होगा। इससे मैंथा उद्यमियों को सरकार की ओर से तमाम सुविधाएं मिल सकेंगी। उनका कहना है कि अब मेंथा की नई प्रजाति और तेल निकालने की टंकी की नई विधि बनाने की भी जरूरत है। यूपी मैंथा एक्सपोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विष्णु कपूर कहते हैं कि रामपुर से चीन, अमेरिका, स्पेन, जर्मनी, ब्राजील, इटली आदि देशों को 1750 करोड़ का मेंथा उत्पादों का निर्यात होता है। इसका प्रयोग विक्स, खांसी के सीरप एवं दर्द निवारक दवा में होता है। साबुन और सैनिटाइजर में भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। मेंथा उद्यमी विपिन गुप्ता कहते हैं कि रामपुर में मेंथा की टेस्टिग लैब न होने से दिल्ली में टेस्टिग करानी पड़ती है। इंटरनेशनल बैंकिग के लिए मुरादाबाद के चक्कर लगाने पड़ते हैं। रामपुर में यह सुविधा होने से उद्यमियों के साथ ही रामपुर का नाम भी चमकेगा।

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