शासन से शिकायत पर क्रिकेट में सट्टे की जांच शुरू
रामपुर : क्रिकेट इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) सटोरियों के लिए कमाई का जरिया बन गया है। ...और पढ़ें

रामपुर : क्रिकेट इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) सटोरियों के लिए कमाई का जरिया बन गया है। शहर में कई जगह आइपीएल पर रोजाना लाखों का सट्टा खेला जा रहा है। पुलिस सटोरियों को नहीं पकड़ रही।
सटोरियों पर पुलिस की इस मेहरबानी की शिकायत शासन तक पहुंच गई, जिसे पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा ने गंभीरता से लेते हुए जांच बैठा दी है। आइपीएल शुरु हुए एक माह हो चुका है। सात अप्रैल से आइपीएल चल रहा है, जो 27 मई तक चलेगा। रोजाना मैच खेले जा रहे हैं। इन मैचों पर करोड़ों-अरबों का सट्टा लगाया जाता है। शहर में भी आइपीएल पर सट्टा खिलाया जा रहा है। पिछले सालों में पुलिस ने सख्ती की थी। कई लोग आइपीएल पर सट्टा खिलाते हुए गिरफ्तार किए गए, लेकिन इस बार पुलिस सटोरियों पर खास मेहरबान है। अभी तक किसी सटोरियों की गिरफ्तारी तो दूर, छापेमारी तक नहीं की गई है। पुलिस की इस ढिलाई से सटोरियों की मौज है। वे खुलेआम आइपीएल पर सट्टा खिला रहे हैं। घरों में एलसीडी लगाकर सट्टा खिलाया जा रहा है। इसकी शिकायत पूर्व सिपाही मोहम्मद रफी ने मुख्यमंत्री के जन सुनवाई पोर्टल पर की है, जिसमें उन जगहों की जानकारी भी दी है, जहां सट्टा खिलाया जा रहा है और सटोरियों के नाम भी खोले हैं। उनकी शिकायत पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने जांच के आदेश कर दिए हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जांच सीओ सिटी ओपी आर्य को सौंपी है। सीओ सिटी ने शिकायकर्ता को शुक्रवार को बुलाकर उनके बयान भी लिए। उन्होंने कहा है कि यदि शिकायत सही पाई गई तो सटोरियों को किसी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा।

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