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    Rampur News: नामचीन कंपनियों के लोगो से ठगता था, ऑनलाइन नौकरी के नाम पर ठगी करने वाला साइबर अपराधी गिरफ्तार

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 02:17 PM (IST)

    रामपुर में साइबर क्राइम पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जो नामी कंपनियों के लोगो इस्तेमाल कर नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था। आरो ...और पढ़ें

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    आरोपित।

    जागरण संवाददाता, रामपुर। ब्रिटेनिया और हल्दीराम जैसी नामी कंपनियों का नाम और लोगो इस्तेमाल कर आनलाइन नौकरी देने के नाम पर ठगी करने वाला अंतरराज्यीय साइबर अपराधी रामपुर का युवक निकला। उसने बंगाल, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, तेलंगाना, महाराष्ट्र आदि राज्यों में कई लोगों से ठगी की। वह लोगों से सिक्योरिटी मनी के नाम पर छोटी-छोटी धनराशि ठगता था। इस संबंध में उसके खिलाफ छह शिकायतें दर्ज हैं।

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    गंज कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला घेर फतेह खां का रहने वाला युवक निकला साइबर अपराधी

    दिल्ली स्थित भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र से मिले इनपुट के बाद स्थानीय साइबर क्राइम थाना पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित गंज कोतवाली के मुहल्ला घेर फतेह खां का रहने वाला दानिश खां है। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने गंज थाने की पुलिस के साथ मिलकर उसे नई तहसील के सामने पुल के नीचे से गिरफ्तार किया है। उसके पास से चार पासबुक, चार चेक बुक, दो पासपोर्ट, दो क्यूआर कोड, एक क्रेडिट कार्ड, एक एटीएम कार्ड, एक मोबाइल फोन और एक रजिस्टर मिला है।

    मोबाइल के डीपी पर नामी-गिरामी कंपनियों के लोगो का डीपी लगाकर लेता था झांसे में

    आरोपित का एक अन्य साथी लकी मियां भी है। दोनों मिलकर फ्राड करते थे। लोगों को झांसे में लेकर दोनों आरोपित छोटी रकम जमा कराते थे, इसलिए अधिकांश लोग शिकायत भी नहीं करते थे। जांच टीम इस बात का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये लोग अब तक कितनी रकम की ठगी कर चुके हैं। साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि अक्टूबर में भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र से मिले इनपुट के बाद दानिश पर नजर रखी जा रही थी।


    मेल से भेजता था फर्जी नियुक्ति पत्र


    साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक रणवीर सिंह ने बताया कि आरोपित अपने मोबाइल के वाट्सएप डीपी पर हल्दीराम एवं ब्रिटेनिया कंपनी का नाम और लोगो इस्तेमाल करता था। उस नंबर से लोगों को आनलाइन जाब का मैसेज भेजता था। जाब के लिए जब कोई संपर्क करता तो उसकी डिटेल मांग ली जाती थी। आवेदक का पैनकार्ड, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज लेकर उसे मेल पर फर्जी नियुक्ति पत्र भेज दिया जाता था।

    साइबर क्राइम और गंज कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने की गिरफ्तारी

    मेल आइडी एचआर डिपार्टमेंट से शुरू होती थी, जिससे लोग आसानी से भरोसा कर लेते थे। इसके बाद सिक्योरिटी मनी के नाम पर पोस्ट के अनुसार 1650 रुपये, दो हजार या तीन हजार रुपये की मांग करते। ज्वाइनिंग करने पर इस रकम को वापस करने का भी आश्वासन दिया जाता था। रकम अधिक न होने के कारण लोग उसके झांसे में आ जाते थे और पैसे भेज देते थे। सिक्योरिटी के नाम पर मांगी गई इस रकम को अलग-अलग बैंक खातो में ट्रांसफर कराया जाता था। बाद में उसे एटीएम, चेक व यूपीआ के माध्यम से निकाल लिया जाता था।


    गंज पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजा


    साइबर ठगी के आरोपित दानिश के खिलाफ गंज कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज की गई है। गंज कोतवाली प्रभारी पवन कुमार शर्मा ने बताया कि आरोपित को रविवार को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है। दानिश के साथ साइबर ठगी में उसका एक अन्य साथी लकी मियां निवासी मुहल्ला पंखेवालान बमनपुरी गेट थाना गंज भी शामिल है, उसकी भी तलाश की जा रही है।