राजस्थान में छात्र की हत्या को लेकर आक्रोश चरम पर, पदर्शन के साथ पदयात्रा निकाली
जेएनएन, रामपुर: राजस्थान में छात्र की हत्या के मामले में आरोपित शिक्षक को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करते हुए विभिन्न संगठनों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। ग्रामीण क्षेत्र में पदयात्रा निकालकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजे। भारतीय बौद्ध महासभा के सदस्य कलक्ट्रेट पहुंचे, जहां नारेबाजी करने के बाद राष्ट्रपति को संबंधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट सत्यम मिश्रा को सौंपा। ज्ञापन में मांग की है कि आरोपित शिक्षक को फांसी की सजा दी जाए। मृतक छात्र इंद्रकुमार मेघवाल के स्वजन को एक करोड़ रुपये की सहायता एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। मृतक के स्वजन के साथ अभद्रता करने वाले पुलिस कर्मियों को सेवा से बर्खास्त किया जाए। इस मौके पर जिलाध्यक्ष डा.चिरंजी लाल चंचल, आरके प्रभाकर, डा.भारत सिंह, आरबी सिंह, एके गौतम, अशोक कुमार, शेर सिंह, धर्म सिंह, अमित कुमार, सुरेंद्र सिंह, अजयपाल सिंह, चंद्रपाल सिंह, अजब सिंह, शोभित आदित्य, कपिल कुमार, बबीता रानी, रामऔतार आंबेडकर, राजीव सिंह, धनीराम सिंह, डा. वीरेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे। मिलक : डा.भीमराव आंबेडकर जन्मोत्सव समिति के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम देवेंद्र प्रताप सिंह को सौंपा। इसमें राजस्थान में अनुसूचित जाति के छात्र की शिक्षक की पिटाई से हुई मृत्यु पर नाराजगी जताते हुए आरोपित शिक्षक को फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग की। ज्ञापन पर पवन कुमार, भगवानदास, विशंभर सिंह, राजकुमार सागर, हरद्वारी लाल सागर, जगदीश सरन, जगतपाल, सुनील कुमार, बृजलाल आदि के हस्ताक्षर हैं। दढ़ियाल: सोमवार को कस्बे के भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के लोग एकत्र हुए। उन्होंने कस्बे में शांतिपूर्ण तरीके से पद यात्रा निकाल कर राजस्थान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पद यात्रा मुहल्ला भरतपुर से होकर हबीबनगर, बाजार मुहल्ला गांधी इंटर कालेज मार्ग से होकर मुख्य तिराहे पर पहुंचे। बाद में मुहल्ला भरतपुर पहुंचकर प्रदर्शन किया गया। दलित समाज के लोगों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी टांडा को दिया। ज्ञापन में राजस्थान के जिले जालोर सायना थाना क्षेत्र के एक गांव में टीचर की पिटाई से हुई एक दलित छात्र की मौत की निंदा की।पद यात्रा में पूर्व प्रधान राजेश कुमार, कल्लू सिंह एवं वाल्मीकि धर्म समाज के नगर अध्यक्ष सोनू, महासचिव व्रजेश, प्रमोद कुमार, अंकुश, मदन सिंह, कुंवर सिंह, सतीश, बिक्की, राजीव , उमेश , दुर्गा, गुड्डू समेत कई दर्जन लोग मौजूद रहे। कानपुर पुलिस-प्रशासन का किया विरोध बामसेफ एवं राष्ट्रीय मूलनिवासी संघ का 37 वहां राज्य अधिवेशन वामन मेश्राम के नेतृत्व में कानपुर में आयोजित था। ऐन वक्त पर कानपुर पुलिस ने कार्यक्रम नहीं होने दिया और पूरे कार्यक्रम स्थल को पूलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। इसके विरोध में सोमवार को बामसेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम ने 22 अगस्त को यूपी बंद का ऐलान किया । इसके समर्थन में बामसेफ एवं उससे जुड़े संगठनों के लोगों ने कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया। वहीं अपना विरोध भी दर्ज कराया। इस दौरान दिनेश मानव व अन्य लोग शामिल थे।
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