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    रामपुर गुरुद्वारा हिंसा मामले में 220 लोगों पर FIR दर्ज, पुलिस ने लगाई 8 गंभीर धाराएं

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 06:41 PM (IST)

    रामपुर के पसियापुरा गुरुद्वारे में हिंसक संघर्ष के बाद पुलिस ने 220 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। गुरुद्वारे पर कब्जे को लेकर हुए विवाद में फायरिंग भी हुई जिसके चलते दो बंदूक लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। प्रशासन ने गुरुद्वारे पर आवाजाही बंद कर दी है और शांति बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों से बातचीत की जा रही है। फिलहाल गुरुद्वारा परिसर में शांति है।

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    गुरुद्वारा प्रकरण: नवाबगंज पक्ष के 220 लोगों केे खिलाफ एफआईआर, 20 नामजद।

    जागरण संवाददाता, रामपुर। पसियापुरा गुरुद्वारे में हुए हिंसक संघर्ष के मामले में पुलिस ने हजारा परिवार पक्ष की ओर से दी गई तहरीर पर नवाबगंज पक्ष के 220 लोगों केेे खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में 20 नामजद समेत कुल 220 लोगों को आरोपी बनाया गया है। पुलिस से आठ गंभीर धाराएं लगाई हैं।

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    पसियापुरा स्थित गुरुद्वारे के प्रबंधन व संचालन पर कब्जे को लेकर बीते सोमवार को दो पक्षों में बड़ा हिंसक संघर्ष हुआ था। इसके बाद नवाबगंज पक्ष ने हजारा परिवार पक्ष के 15 नामजदों सहित कई अज्ञात लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कराया था।

    इसके जवाब में हजारा परिवार पक्ष ने भी अब अपनी रिपोर्ट दर्ज करा दी है।कोतवाली में दर्ज प्राथमिकी में हजारा पक्ष की ओर से सेवादार जितेन्द्र सिंह का आरोप है कि बीते सोमवार को पूर्वाह्न 11 षडयंत्र के तहत गुरुद्वारे पर अवैध कब्जा करने की नीयत से भू-माफिया व आपराधिक इतिहास वाले लोगों ने गुरुद्वारे पर चढ़ाई कर दी।

    वहां मौजूद सेवादारों व प्रशासन ने उन्हें रोका, तो आरोपितों की भीड़ ने गुरुद्वारे के अंदर गाली-गलौज, मारपीट व तोड़-फोड़ की। साथ ही धारदार हथियारों से हमला व फायरिंग भी कर दी। इसमें सुखदेव सिंह, गुरमुख सिंह व गुरजीत सिंह आदि घायल हो गए।

    प्राथमिकी में आरोपितों की संख्या 220 बताई गई गई है, जिसमें 200 अज्ञात बताए गए हैं। 40 नामजदों में दलवारा सिंह, सुल्तान सिंह, अवतार सिंह उर्फ तारू, जसजीत सिंह बबला, दलजीत सिंह पीटीआई, राजेंद्र सिंह राजू, अवतार सिंह, राजेन्द्र सिंह गुल्लू, राजीव सिंह, सुरजीत सिंह, सरवन सिंह, जगतार सिंह, राम सिंह, परमजीत सिंह भिंडर, नरेंद्र सिंह निंदर, उदयवीर सिंह सन्नी, गुरलाल सिंह, गुरबाज सिंह, इंद्रजीत सिंह व हरप्रीत सिंह शामिल हैं।

    प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह ने बताया कि विवेचना के आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा धार्मिक स्थल प्रशासन के आधीन है और यहां अब किसी भी पक्ष का कब्जा नहीं है। मुख्य रास्ते पर बैरकेडिंग की गई गई। विवाद करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।

    निरस्त किए जाएंगे दोनों लाइसेंस

    बिलासपुर : पुलिस ने फायरिंग में प्रयुक्त दोनों बंदूकों के लाइसेंस धारकों की पहचान कर ली है। साथ ही उनके निरस्तीकरण की रिपोर्ट भी भेज दी गई है।

    प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह ने बताया कि बीते सोमवार को दोनों पक्षों में हुई हिंसक झड़प के दौरान फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने फायरिंग करने वाले आरोपित जसपाल सिंह उर्फ राजा को दबोचकर उसके विरुद्ध संबधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया था।

    साथ ही मंगलवार को उसका चालान भी कर दिया गया था। लेकिन, घटना के समय प्रयुक्त की गई दोनों बंदूकें अवैध तरीके से इस्तेमाल की गई। जिस कारण दोनों बंदूकों के लाइसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेज दी गई है। एक लाइसेंस सतेंद्र सिंह के नाम पर है, जबकि दूसरा लाइसेंस गांव सिहोरा निवासी लखाविंदर सिंह के नाम पर है। दोनों लाइसेंसों को निरस्तीकरण की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

    गुरुद्वारे पर आवाजाही पूरी तरह बंद, एसडीएम और सीओ फोर्स के साथ रहे तैनात

    बिलासपुर : धार्मिक स्थल पर लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया। जबकि एसडीएम और सीओ फोर्स के साथ धार्मिक स्थल पर तैनात रहे।

    गांव पसियापुरा में स्थित शहीद बाबा दीप सिंह गुरुद्वारे की स्वामित्व को लेकर हुए विवाद के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्कता बरतता नजर आ रहा है। धार्मिक स्थल को जाने वाले मुख्य रास्ते पर जहां प्रशासन ने बैरकेडिंग कर रखी है। वहीं, लोगों का अवागमन भी पूरी तरह बंद कर दिया है।

    धार्मिक स्थल पर केवल पुलिस प्रशासन का कब्ज़ा बना हुआ है। इसके अलावा एसडीएम अरुण कुमार और सीओ रविंद्र प्रताप सिंह मुख्य रास्ते पर मोर्चा संभाले हुए हैं। दोनों अधिकारी सुबह से लेकर शाम और शाम से लेकर सुबह तक, चौबीसों घंटे धार्मिक स्थल पर ड्यूटी दे रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि जब तक विवाद नहीं निबट जाता, तब तक धार्मिक स्थल पर प्रशासन का कब्जा बना रहेगा। इ

    सलिए किसी भी व्यक्ति को धार्मिक स्थल के इर्दगिर्द घूमने की अनुमति नहीं दी गई है। दो दिन बाद मुख्यालय पर दोनों पक्षों को बैठाकर वार्ता किए जाने का निर्णय लिया गया है। अगर कोई समाधान हुआ तो उच्च अधिकारियों के निर्देशनुसार ही कोई निर्णय लिया जाएगा।

    इसके अलावा दोनों पक्षों से बार-बार शांति और संयम बनाए रखने की अपील की जा रही है। कानून व्यवस्था से किसी को भी खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह, उपनिरीक्षक अमित कुमार, संजय तेवतिया, मोहम्मद आकिल, महेश चंद्र आदि मौजूद रहे।

    गुरुद्वारा परिसर में रही शांति

    बिलासपुर : गुरुद्वारे में विवाद के तीसरे दिन बाद अब पूरी तरह से शांति व्याप्त है। साथ ही सन्नाटा पसरा हुआ है। बीते सोमवार को गुरुद्वारे के स्वामित्व को लेकर हजारा पक्ष और नवाबगंज पक्ष में विवाद हो गया था। विवाद के तीसरे दिन बुधवार को गुरुद्वारा परिसर में सन्नाटा दिखाई दिया। गुरुद्वारे के अंदर तथा गुरुद्वारे के बाहर हर तरफ पुलिस फोर्स नजर आई। गुरुद्वारा को जाने वाला रास्ता, पार्किंग स्थल सब पर सन्नाटा दिखाई दिया।