कहां हैं टांडा सोना तस्करी के बाद कैरियर एजेंट और फाइनेंसर? लूटकांड के मास्टरमाइंड को तलाश रही पुलिस
टांडा में सोना तस्करी का मामला सामने आने के बाद क्षेत्र में सन्नाटा पसरा है। दुबई से सोना ला रहे तस्करों के पकड़े जाने के बाद कैरियर एजेंट और फाइनेंसर भूमिगत हो गए हैं। पुलिस पासपोर्ट की जांच कर रही है और संदिग्धों पर नजर रख रही है। लूटकांड के मास्टरमाइंड की तलाश जारी है।
संवाद सूत्र, जागरण टांडा। मुंह में गटक कर दुबई से एक किलो सोना भारत ला रहे चार तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद क्षेत्र में अब तक सन्नाटा पसरा है। सोना कैरियर एजेंट व फाइनेंसर अंडर ग्राउंड हैं। पुलिस की गाड़ियों व बजते सायरन को सुनकर लोग छापेमारी का अंदेशा लगाने लगते हैं। फिलहाल नामजद 13 आरोपितों में फाइनेंसर, कैरियर एजेंट और सोना तस्करों के नाम शामिल हैं। फिलहाल इनमें कई आरोपित अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
गौरतलब है कि दुबई से लौटे चार युवकों ने अपने पेट में कैप्सूल के रूप में सोना छुपा रखा था। ये सभी दिल्ली एयरपोर्ट से होकर निकले और रामपुर के रास्ते टांडा पहुंचने वाले थे। 23 मई को रास्ते में बदमाशों ने उनका अपहरण कर सोना लूटने की कोशिश की थी। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए अपहरणकर्ताओं को दबोचा और सोना तस्करी के रैकेट का पर्दाफाश कर दिया। अपहरण और लूट की साजिश नाकाम हुई, दो बदमाश राजा चौधरी व तुफैल मुठभेड़ में गिरफ्तार हुए थे।
फाइनेंसर व कैरियर एजेंट के रूप में अभी तक एक आरोपित की ही गिरफ्तारी हुई है। इसके बाद से मामला शांत सा लग रहा है। न तो बाकी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकी है, और न ही उस मास्टरमाइंड व उसके साथियों का सुराग लग सका जो दुबई से लेकर टांडा तक पूरी चेन को आपरेट कर रहा था। जिसको तस्करों की हर पल व प्रत्येक लोकेशन की सटीक जानकारी मिल रही थी।
नाम आने पर फरार
चर्चा है कि लूट के मामले में प्रकाश में आये क्षेत्र के दो आरोपितों में एक ग्राम प्रधान का भाई है। नाम आने की उसे पहले ही भनक लग गई थी। इसके चलते वह फरार चल रहा है। वहीं पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र के आदेश पर सीओ कीर्ति निधि आनंद की अगुवाई में एक जांच टीम गठित हुई है। यह टीम बार-बार विदेश जाने वाले संदिग्ध लोगों के पासपोर्ट की जांच कर रही है। इसके बाद सोना तस्कर, कैरियर एजेंट तथा फाइनेंसर अंडर ग्राउंड हो गए हैं।
घटना वाले बदमाशों का संपर्क स्थानीय स्तर पर होने की पूरी संभावना है। तभी बदमाशों को पूरी सटीक जानकारी मिल रही थी। यह भी हो सकता है, सोना तस्करों में ही कोई बदमाशों से मिला हुआ हो, और मुखबरी कर रहा हो। इसमें सोना तस्करों के अपने परिचित या रिश्तेदार भी हो सकते हैं।
साल भर पहले भी पकड़ी गई थी तस्करी
पिछले वर्ष भी सोना तस्करी का मामला पुलिस ने पकड़ा था। 28 अप्रैल 2024 की रात सऊदी अरब के अबूधाबी से तस्करी कर लाए एक किलो सौ ग्राम सोने को कार सवार बदमाशों ने थाना मिलक में लूट लिया था। जिसमें पुलिस व एसओजी की टीम ने बदमाशों को गिरफ्तार कर मामले का एक सप्ताह के अंदर ही राजफाश कर दिया था। जिसमें नगर का एक हिस्ट्रीशीटर भी शामिल था। लेकिन यह मामला अभी तक उलझा हुआ है।
पासपोर्ट सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। इमीग्रेशन विभाग से भी संपर्क स्थापित किया जा रहा है। सोना तस्करी से जुड़े संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर ऐसे लोगों के खिलाफ जल्द ही विधिक कार्रवाई की जाएगी। कीर्ति निधि आनंद, सीओ टांडा
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