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    Rampur News: मंत्री का भांजा बताकर 15 लाख की ठगी में मां-बेटे समेत तीन पर FIR, जांच में जुटी पुलि‍स

    Updated: Tue, 22 Jul 2025 10:18 PM (IST)

    रामपुर में मंत्री का भांजा बताकर एक व्यक्ति ने 15 लाख रुपये की ठगी की। सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने बदायूं के मां-बेटे समेत तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। शिकायतकर्ता प्रेम शंकर के बेटे की मृत्यु के बाद नौकरी और फंड दिलाने के नाम पर यह ठगी हुई। आरोपियों ने पीड़ित को जातिसूचक शब्दों से अपमानित भी किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    मंत्री का भांजा बताकर 15 लाख की ठगी।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    जागरण संवाददाता, रामपुर। मंत्री का भांजा बताकर 15 लाख रुपये की ठगी के मामले में सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने बदायूं के मां-बेटे समेत तीन के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया है। पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर कार्रवाई की है। यह अभियोग सिविल लाइंस क्षेत्र के विष्णु विहार ज्वालानगर निवासी प्रेम शंकर की ओर से दर्ज कराया गया है।

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    उनके बेटे प्रेम शंकर बदायूं के कोषागार में लिपिक थे। 12 जून 2024 को बीमारी के चलते बेटे की मौत हो गई थी, जिसके बाद वह बेटे के फंड व अन्य अन्य भत्तों के लिए बदायूं कार्यालय के चक्कर काटने लगे थे। दो दिसंबर 2024 को भी वह बदायूं गए थे।

    आरोप है कि बदायूं कोषागार कार्यालय के गेट पर विक्रम सिंह वर्मा और इनकी मां मालती वर्मा निवासी सिविल लाइंस रेलवे क्रासिंग बदायूं मिले। उनके साथ थाना बिसौली के भरतपुर गांव का तेजवीर सिंह भी था। तेजवीर ने विक्रम को राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना का सगा भांजा बताकर परिचय कराया। आश्वासन दिया कि विक्रम सिंह उनके छोटे बेटे मनीष को मृतकाश्रित में नौकरी दिला देगा। साथ ही मृतक पुत्र के फंड व अन्य भत्तों का भी भुगतान करवा देगा। उन्होंने विश्वास कर लिया।

    इसके बाद सात दिसंबर 2024 को तीनों रामपुर उनके घर आ गए। उनका काम करने के बदले 15 लाख रुपये की मांग की। उन्होंने 15 लाख रुपये दे दिए। यह रकम अलग-अलग माध्यम व तारीखों पर दी गई। काफी समय बीतने पर भी उनका काम नहीं हुआ तो उन्होंने फोन पर संपर्क किया तो उनके साथ टालमटोल करने लगे। छह जून 2025 को फोन करने पर उनके साथ गाली गलौज की। जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया। जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की। पुलिस के कार्रवाई न करने पर न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया।

    सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर मामला दर्ज कर लिया है। एससी-एसटी एक्ट की धारा होने के कारण मामले की जांच सीओ सिटी जितेंद्र कुमार करेंगे।