ऑनलाइन लगने लगे तीज मेले
इसी तर्ज पर हर साल लगने वाले तीज मेले भी ऑनलाइन हो गए।

जागरण संवाददाता, रामपुर :कोरोना संक्रमण काल ने बहुत कुछ सिखा दिया। घर बैठकर पढाई और कार्यालयों के काम किए जाने लगे। अधिकतम काम ऑनलाइन होने लगा है। इसी तर्ज पर हर साल लगने वाले तीज मेले भी ऑनलाइन हो गए। प्रतियोगतिाएं ऑनलाइन हो गईं। इस तीज पर शहर भर में ऐसा हो रहा। है और वीडयिो कांफ्रेंसिग के जरिये पर्व मनाया जा रहा।
कोरोना काल की मार हर चीज पर पड़ी है। तीज का पावन त्योहार भी इससे अछूता नहीं रहा है। इस महामारी के चलते त्योहारों का रंग भी फीका हो गया है। सामूहिक कार्यक्रम में झूला झूलने और तीज के गीत गाने का नवविवाहिताओं का अरमान भी ऐसे में अधूरा रह गया। जनपद में हर साल धूमधाम से हरियाली तीज के कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे। लेकिन, इस साल वे बड़े स्तर पर न होकर वचऱ्अल रूप में मोबाइल के स्क्रीन तक सिमट कर रह गए हैं।
बारिश की बूंदों में हरी चूनर ओढ़ जब धरती अंगड़ाई लेती है तो विवाहिताओं को बाबुल के आंगन की अमराई बहुत याद आती है। सखियों के साथ सोलह श्रंगार किए झूला झूलती सुहागिनें अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए उपवास रखती हैं। हाथों में मेहंदी, चूड़ियों की खनखनाहट, नवीन उत्साह.. यह ही तो हरियाली तीज की पहचान है। हर साल पपीहे की पुकार और बरसात की फुहारों के बीच मनने वाली हरियाली तीज पर इस साल कोरोना का साया है। नहीं होंगे तीज कार्यक्रम
इस बार महिलायें पहली बार ऑनलाइन हरियाली तीज मनाएंगी। हर साल यहां पर मिस तीज, मिसेज तीज जैसे कॉन्टेस्ट हुआ करते थे। गीत संगीत और नृत्य की भव्य प्रतियोगिताएं होती थीं। लेकिन, इस बार सब कुछ सूना सा है। ऐसा कोई कार्यक्रम इस बार नहीं होना है। पहली बार इस पर्व को मनाने के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म का सहारा लिया जा रहा है। मोबाइल स्क्रीन पर ही होंगी सारी प्रतियोगितायें
लाइंस क्लब रेनबो की ओर से हर साल बड़े स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था। लेकिन, इस बार वह कार्यक्रम मोबाइल के छोटे से स्क्रीन पर सिमट कर रह गया है। इस बार भी प्रतियोगिताएं तो बहुत सी होंगी। लेकिन, उनमें प्रतिभागियों को ऑनलाइन हिस्सा लेना होगा। इस बार सेल्फी विद मेंहदी, थाली सज्जा, सैल्फी विद फैंसी मास्क, सेल्फी ऑन झूला के साथ गीत और नृत्य की प्रतियागिताएं की जानी हैं। इसके लिए प्रतिभागियों को अपनी पिक्स संस्था द्वारा दिए गए नंबर पर सेंड करनी होंगी। गीत और नृत्य के वीडियो की छोटी क्लिप भेजनी होगी। प्रतिभागी 23 से 25 जुलाई के बीच अपनी एंट्रीज भेज सकते हैं। 28 तारीख को परिणाम घोषित किए जाएंगे। जिनकी जानकारी भी प्रतिभागी के फोन पर भी भेज दी जाएगी। निर्मल कौर, अध्यक्ष हर साल तीज को लेकर अलग ही उत्साह रहता था। लेकिन, इस बार कोरोना का काला साया इस त्योहार पर भी पड़ गया है। इसके कारण सभी कार्यक्रम रद हो गए हैं। अब महिलाएं घर रहकर ही तैयार होंगी और वीडियो कॉल कर एक दूसरे से जुड़कर मनोरंजन करेंगी। ऐसे में अजीत तो लगेगा। लेकिन विवशता है। सुरक्षित रहने के लिए सावधानी भी आवश्यक है।
- सरिता विश्नोई, पूर्व अध्यक्ष हम हर साल मिलक में काफी बड़े स्तर से कार्यक्रम करवाते थे। महिलाओं को बहुत इंतजार रहता था उसका। उस दौरान काफी रौनक रहा करती थी। लेकिन, इस बार कार्यक्रम को कोरोना का ग्रहण लग गया। हमने उसके विकल्प के रूप में भी कोई कार्यक्रम नहीं रखा है। पूरी तरह से सावधानी बरत रहे हैं। बस सब लोग स्वस्थ रहें। कार्यक्रम का क्या है, कोरोना के जाने के बाद भी होते रहेंगे।
अर्चना गंगवार, ब्लॉक प्रमुख, मिलक

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