अजान के विवाद में बुजुर्ग की मस्जिद में गला काटकर हत्या
सैदनगर (रामपुर) मस्जिद में अजान पढ़ने के विवाद में बुजुर्ग की गला काटकर हत्या कर दी गई।
सैदनगर (रामपुर) : मस्जिद में अजान पढ़ने के विवाद में बुजुर्ग की गला काटकर हत्या कर दी गई। हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस मौके पर पहुंच गई। मुकदमा दर्ज कर हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना अजीमनगर थाना क्षेत्र के नगलिया आकिल गांव की है। गांव निवासी 60 वर्षीय सगीर बेग गांव की बिलाल मस्जिद की देखभाल करते थे और अजान देते थे। गुरुवार को भी वह फज्र की नमाज के लिए अजान देने गए थे। अजान के बाद उन्होंने नमाज पढ़ी और फिर कलाम पाक की तिलावत करने लगे। आरोप है कि मस्जिद के पड़ोस में रहने वाला जलीस अहमद हाथ में चाकू लेकर वहां आ गया और उन पर हमला कर दिया। चाकू से गला काटकर उनकी हत्या कर दी। उनकी चीख सुनकर पड़ोस में रहने वाले शमसुद्दीन आ गए। उन्हें बचाने का प्रयास किया तो आरोपित ने उन पर भी हमला कर दिया। तब तक वहां गांव के लोग इकट्ठा हो गए, जिस पर हमलावर भाग गया। हत्या से गांव में सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी रविद्र कुमार फोर्स के साथ गांव पहुंच गए। बाद में पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम, अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह और सीओ धर्म सिंह मार्छाल भी आ गए। अधिकारियों ने घायल शमसुद्दीन से घटना की जानकारी की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जलीस की तलाश की और उसे पकड़ लिया। पुलिस ने घायल शमसुद्दीन की ओर से जलीस अहमद के खिलाफ हत्या और जानलेवा हमले की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बताया कि मस्जिद में अजान देने पको लेकर सगीर बेग से जलीस रंजिश रखता था। वह खुद अजान देना चाहता था। इसी रंजिश में उसने हत्या की है। उसे मंगल की बाजार खौद के पास से गिरफ्तार कर लिया है।
अजीमनगर थाना प्रभारी रविद्र कुमार ने बताया कि मृतक मूल रूप से बरेली के रहने वाले थे। वह कई साल से गांव के कमरूल जमा के घर रहते थे और मस्जिद की देखभाल करते थे। वह रोजाना मस्जिद में अजान पढ़ते थे। पूछताछ के दौरान जलीस ने बताया कि पहले वह मस्जिद में अजान पढ़ता था। कुछ दिन से सगीर बेग अजान पढ़ने लगे और उसे नहीं पढ़ने दे रहे थे। गुरुवार को वह मस्जिद से पानी लेने गया तो सगीर बेग ने पानी लेने से मना करने लगा। उसे गुस्सा आ गया। चाकू लेकर पहुंचा और उनकी चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। हत्या करते समय शमसुद्दीन ने पकड़ना चाहा तो उसके ऊपर भी जान से मारने की नियत से चाकू से वार किया और मौके से फरार हो गया था।