भागवत से ही होता है भक्ति का संचार : मोहन
रामपुर हिदू हरिहर धाम अलीपुरा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में मथुरा से आए आचार्य रमेश मोहन ने कहा कि भागवत से ही भक्तों में भक्ति का संचार होता है।

रामपुर : हिदू हरिहर धाम अलीपुरा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में मथुरा से आए आचार्य रमेश मोहन ने कहा कि भागवत से ही भक्तों में भक्ति का संचार होता है। भागवत का विशेष अर्थ ही लोगों में ईश्वर के प्रति भक्ति का संचार करना है। लोग आजकल की आधुनिक दुनिया की भागदौड़ में भगवान को भूल चुके हैं, वह केवल अपने नित्य कर्मों में लगे हुए हैं। अब ऐसे में भागवत के माध्यम से ही भक्तों में भक्ति का संचार हो रहा है। भागवत को सुनने वाला भागवत को सुनाने वाले से बड़ा भक्त होता है। वह नीचे बैठकर भागवत अवश्य सुनता है लेकिन, प्रभु की निगाह में उसका स्थान सबसे ऊपर है। लोगों को भागवत के समय अपना ध्यान अन्य स्थानों पर न लगाकर केवल प्रभु की भक्ति में लगाना चाहिए। भागवत सुनने से आसपास घूम रही परेशान आत्माओं का भी उद्धार हो जाता है। कहा कि व्यक्ति को अपने जीवन में माता-पिता की सेवा करनी चाहिए। पति के पैर छूने चाहिए। जीवन में अपने गुरुओं की कभी निदा न करें। उनका हमेशा सम्मान करें। कभी भी अपने जीवन में परिवार की बुराई नहीं करनी चाहिए। परिवार ही व्यक्ति का सहारा होता है। व्यक्ति जीवनभर पैसे के पीछे भागने में निकाल देता है और अंत समय में अकेला ही इस दुनिया को छोड़कर चला जाता है। वह कभी भी जीवन में उसकी ओर ध्यान नहीं देता, जिसको अंत समय में उसका साथ देना है। प्रभु ही उसका अंत समय में साथ देता है। भागवत के समय कभी भी महिलाओं को सजावट करके नहीं आना चाहिए। भगवान के दरबार में हमेशा सही वस्त्रों में आना चाहिए। पूजा करते समय हमेशा माता का स्थान सामने तथा पत्नी का स्थान बायीं ओर होता है। इस मौके पर आश्रम के महंत अदैत्य मुनि महाराज, पंडित अमित शर्मा, लोकेश शर्मा, चौधरी देशराज सिंह, अरविद शर्मा, विपिन शर्मा, सतपाल सिंह, करन सिंह, कमलेश देवी, मंजू चौधरी, रेखा शर्मा, मनीता, उषा देवी, सोनम, चित्रा, जशोदा, सर्वेश शर्मा, सुधा देवी आदि महिलाएं मौजूद रहीं।
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