आप की 'वोट बचाओ, संविधान बचाओ' पदयात्रा शुरू: संजय सिंह बोले- जनता से छीना जा रहा वोट का अधिकार
आम आदमी पार्टी (आप) ने रामपुर, उत्तर प्रदेश से 'वोट बचाओ, संविधान बचाओ' पदयात्रा शुरू की। इस यात्रा का उद्देश्य मतदाताओं को जागरूक करना और संविधान की ...और पढ़ें

संजय सिंह ने आम आदमी पार्टी की यात्रा शुरू करने से पहले गांधी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।
जागरण संवाददाता, रामपुर। आम आदमी पार्टी (आप) की वोट बचाओ संविधान बचाओ पद यात्रा की रविवार को रामपुर से शुरूआत हुई। इस पद यात्रा के शुभारंभ के लिए आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह रामपुर पहुंचे। उन्होंने यात्रा शुरू करने से पहले गांधी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।
संजय सिंह ने कहा कि हमारी पद यात्रा लोकतंत्र को बचाने के लिए और नफरत की राजनीति को खत्म करने के लिए है। दुनिया नफरत के कारण बर्बाद हो रही है। नफरत के कारण न दुनिया बन सकती है और न देश बन सकता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का यही सिद्धांत रहा कि पूरे जीवन भर उन्होंने अहिंसा का पालन किया। भाईचारे की बात की। सभी को साथ लेकर चलने की वकालत की। एक ऐसे हिंदुस्तान की कल्पना की, जिसमें सभी धर्मों के लोग मिलजुलकर सम्मान के साथ रहें।
इसलिए गांधी समाधि पर अर्पित की पुष्पांजलि
आप नेता ने कहा, कि अपनी यात्रा की शुरुआत से पहले हमने गांधी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की है, ताकि हमें न्याय की लड़ाई लड़ने की शक्ति मिल सके। हमारी पदयात्रा रामपुर से शुरू होगी, जो मुरादाबाद होते अमरोहा में जाकर समाप्त होगी। राज्य सभा सदस्य ने कहा कि जनता से वोट का अधिकार छीना जा रहा है। तमिलनाडु में 97 लाख वोट काट दिए गए। अब उत्तर प्रदेश में साढ़े तीन से चार करोड़ वोट काटने की तैयारी है। जब इतने वोट कट जाएंगे तो लोकतंत्र का क्या अर्थ रह जाएगा। जो अधिकार महात्मा गांधी, बाबा साहब, भगत सिंह, अशफाक उल्ला जैसे महापुरुषों की बदौलत मिला है, उन अधिकारों का क्या होगा।
भारत के संविधान पर हमला हो रहा है
आए दिन भारत के संविधान पर हमला हो रहा है। आए दिन नफरत फैलाकर लोगों के अधिकार छीने जा रहे हैं। वोट का अधिकार बचाने के लिए और भारत का संविधान बचाने के लिए हम यह पद यात्रा कर रहे हैं। इसके अलावा जनसभाएं भी करेंगे। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज गांधी जी के विचारों को मारा जा रहा है। एक ऐसी सरकार है, जो गोडसे को अपना आदर्श मानती है। जो नफरत फैलाने की बात करती है। उससे लड़ने के लिए गांधी जी के विचारों को अपनाना होगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।