सागर में एक लहर उठी तेरे नाम की
रामपुर: दुनिया भर के लोगों को जीने की कला सिखाने वाली आध्यात्मिक संस्था आर्ट ऑफ लि¨वग के संस्थापक श्
रामपुर: दुनिया भर के लोगों को जीने की कला सिखाने वाली आध्यात्मिक संस्था आर्ट ऑफ लि¨वग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर साधकों को लोगों की सेवा का संकल्प दिलाया गया। संस्था के जौहर मार्ग स्थित रायल बजाज ध्यान केंद्र में बेंग्लुरू आश्रम से आई टीचर पॉलोमी गणेश और गुरु वंदना से सत्संग की शुरूआत की। इसके बाद पालोमी ने एक के बाद भजन और फिल्मी गीतों के माध्यम से गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जिस पर साधक जमकर थिरके। इस अवसर पर जय जय राधा रमण हरि बोल, हरि सुंदर नंद मुकुंदा हरि नारायण हरि बोल, मधुबन खुशबू देता है, ओ रंगरेज, सागर में एक लहर उठी तेरे नाम की। देररात तक चले संत्सग में सैकड़ों की संख्या में साधकों ने हिस्सा लिया। बीच में ध्यान भी कराया गया। पालोमी ने बताया कि श्री श्री रविशंकर का जन्मदिन विश्व ध्यान दिवस के रूप में मनाया जाने लगा है।भारत ने हजारों साल पहले ध्यान की विद्या हमें दी जिस पर आज सारा विश्व शोध कर रहा है। शोध के परिणाम चमत्कार से कम नहीं है। कई चिकित्सा विश्वविद्यालयों ने शोध से साबित किया है कि जो नियमित शोध करते हैं उनके मस्तिष्क के नए सेल बनते पाए गए। मस्तिष्क से सारे शारीर का संचालन होता है इसलिए गुरु जी द्वारा इजाद की गई सुदर्शन क्रिया करके करोड़ों लोग खुशहाल ¨जदगी जी रहे हैं। कार्यक्रम में बाल भजन गायिका रत्नप्रिया ने भी गीत व भजन सुनाएं। बाद में विशाल भंडारा हुआ। इससे पूर्व सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत जलसेवा की गई। कार्यक्रम में संतोष कपूर, वीणा मिश्रा, मीनाक्षी गुप्ता, चित्रा कपूर, पुष्पा कपूर, शलभराज गुप्ता, प्रमोद अग्रवाल, पुनीत गुप्ता, अनूप शर्मा, नवीन पांडेय, आदित्य वर्मा, राधेश्याम आदि मौजूद रहे।
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