Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी में वंदे भारत पर छह घंटे में दो बार पत्थरबाजी, नौचंदी एक्सप्रेस डिरेल करने की साजिश की भी जांच शुरू

    Updated: Sat, 11 Oct 2025 09:12 PM (IST)

    रायबरेली में वंदे भारत एक्सप्रेस पर एक ही दिन में दो बार पत्थरबाजी की घटनाएँ हुईं। पहली घटना में एक यात्री घायल हो गया, जबकि दूसरी घटना में कोच क्षतिग्रस्त हुआ। रेलवे की मंडलीय टीम ने लखनऊ से प्रयागराज तक निरीक्षण किया और सुरक्षा बढ़ाने के लिए आरपीएफ को तैनात करने का निर्णय लिया गया।

    Hero Image

    यूपी में वंदे भारत पर छह घंटे में दो बार पत्थरबाजी, नौचंदी एक्सप्रेस डिरेल करने की साजिश की भी जांच शुरू


    जागरण संवाददाता, रायबरेली। वंदे भारत एक्सप्रेस में बीते बुधवार को छह घंटे के भीतर दो बार अलग-अलग स्थानों पर ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आईं। इसको लेकर मंडलीय टीम ने अपने स्पेशल ट्रेन से लखनऊ से प्रयागराज तक शनिवार को निरीक्षण किया।

    जिसमें गाड़ी संख्या 22549 वंदे भारत एक्सप्रेस (गोरखपुर से प्रयागराज) के साथ लक्ष्मणपुर और ऊंचाहार स्टेशन के बीच हुई। किलोमीटर संख्या 74/28 पर कोच C-14 में बैठे यात्री देवांश राजन पांडेय को पत्थर लगने से मामूली चोटें आईं। घटना की प्राथमिकी आरपीएफ पोस्ट ऊंचाहार में दर्ज कर ली गई है और वीडियो-फोटो साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दूसरी घटना उसी दिन प्रयागराज से गोरखपुर जा रही 22550 वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ ऊंचाहार के पास हुई, जहां कोच C-4 पर पत्थर फेंके गए। इस घटना में हालांकि कोई यात्री घायल नहीं हुआ था। घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए लखनऊ मंडल की टीम ने शनिवार को लखनऊ से प्रयागराज तक रेलवे ट्रैक का निरीक्षण किया।

    टीम में वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) विकास कुमार, चीफ वर्कशॉप मैनेजर जयंत चौधरी और वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त रेल सुरक्षा बल लखनऊ देवांश शुक्ल शामिल थे। उन्होंने बीते 16 सितंबर को अरखा व परियावां के मध्य नरौली माइनर के पास स्लीपर रख हुए नौचंदी एक्सप्रेस डिरेल साजिश की भी जांच की।

    इसके बाद टीम फूलपुर स्टेशन के पास नहर विभाग के निकट हुए पटरी कटान की जांच के लिए रवाना हुई। वरिष्ठ मंडल आयुक्त रेल सुरक्षा बल देवांश शुक्ल का कहना है कि वंदेभारत एक्सप्रेस में पत्थरबाजी रोकने के लिए अब शादी वर्दी में आरपीएफ को पटरियों के किनारे किनारे लगाया जाएगा।