घने कोहरे के बावजूद अब नहीं प्रभावित होगी ट्रेनों का संचालन, ये डिवाइस बताएगा सिग्नल
घने कोहरे के बावजूद अब ट्रेनों का संचालन बाधित नहीं होगा। रेलवे ने आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए ट्रेनों में एंटी फाग डिवाइस लगा दी है, जिससे सुरक ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रायबरेली। घने कोहरे के बावजूद अब ट्रेनों का संचालन बाधित नहीं होगा। रेलवे ने आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए ट्रेनों में एंटी फाग डिवाइस लगा दी है, जिससे सुरक्षित परिचालन किया जा सकेगा। इस व्यवस्था के बाद फॉग सिग्नल मैन भेजकर डेटोनेटर (पटाखा) लगाने की आवश्यकता लगभग समाप्त हो गई है।
रायबरेली स्टेशन के चीफ क्रू कंट्रोलर गंभीर सिंह का कहना है कि स्टेशन होकर संचालित सभी प्रमुख ट्रेनों में एंटी फाग डिवाइस लगाई जा चुकी हैं। यह डिवाइस जीपीएस आधारित है, जो लोको पायलट को आगे आने वाले सिग्नल, स्टेशन, क्रासिंग व अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं पहले ही उपलब्ध करा देती है।
इससे कोहरे के दौरान दृश्यता कम होने के बावजूद चालक सतर्क रहते हुए ट्रेन चला सकते हैं। उन्होंने बताया कि कोहरे से पहले ट्रेनें 110 से 130 तक चलती थी लेकिन कोहरे में ट्रेनों की अधिकतम गति पहले 60 किमी प्रति घंटा निर्धारित थी, लेकिन एंटी फाग डिवाइस लगने के बाद यह बढ़कर 75 किमी प्रति घंटा हो गई है।
इससे न केवल समयबद्धता में सुधार होगा, बल्कि यात्रियों को भी अनावश्यक देरी से राहत मिलेगी। सभी प्रकार के सिग्नल पोस्टों पर चमकदार (ल्यूमिनस) स्ट्रिप लगाई गई हैं। इसके साथ ही सिग्नल साइटिंग बोर्ड पर लाइन मार्किंग कराई गई है, ताकि कोहरे में भी सिग्नल की पहचान आसानी से हो सके।
रेलवे क्रॉसिंग पर लगे बैरियरों पर भी ल्यूमिनस स्ट्रिप लगाई गई हैं। चीफ क्रू कंट्रोलर ने बताया कि कोहरे के दौरान आटोमेटिक ब्लाक पद्धति में ट्रेनों के संचालन को लेकर सभी लोको पायलटों और सहायक लोको पायलटों की काउंसिलिंग की जा रही है। उन्हें सावधानियों के बारे में जानकारी दी जा रही है।

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