स्मार्ट बेटे ने रायबरेली के इस गांव को बना दिया 'स्मार्ट' मिल रहीं शहर जैसी सुविधाएं
भारत के प्रधानमंत्री अमेरिका पहुंचे, वहां उनके भाषण के कुछ हिस्से इस गांव के छोरे को छू गए। इसके बाद तो जादू सा हो गया।
रायबरेली [रसिक द्विवेदी]। गांधी परिवार की विरासत समेटे रायबरेली जिले की तकदीर भले वीआइपी तमगे के बावजूद न बदली हो, लेकिन इसी जिले के साढ़े तीन हजार की आबादी वाले गांव तौधकपुर के एक स्मार्ट बेटे ने पूरे गांव को स्मार्ट बनाकर जमीन से फलक पर पहुंचा दिया।
प्रधानमंत्री ने अपने 'मन की बात कार्यक्रम में लालगंज तहसील के इस गांव का जिक्र यूं ही नहीं किया। कुछ वक्त पहले तक तौधकपुर भी आम गांवों जैसा था। आज इस गांव की गलियों में एलईडी बल्बों की रोशनी है, स्लोगनों से सजी स्मार्ट प्राइमरी पाठशाला है, अपना पब्लिक एड्रेस सिस्टम है, चारों तरफ सुरक्षा का अहसास कराते सीसीटीवी कैमरों का जाल है, कोई खुले में शौच को नहीं जाता और शिकायतों-समस्याओं के निस्तारण के लिए स्मार्ट गांव एप है जहां सबकी सुनी जाती है।
बदलाव की तस्वीर जरूर तौधकपुर में दिख रही है लेकिन बदलाव की कहानी लिखने की शुरुआत तब हुई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार अमेरिका यात्रा पर गए। वहां प्रवासी भारतीयों को जड़ों से जुडऩे का आह्वान किया। यह बात कैलीफोर्निया में साफ्टवेयर इंजीनियर रजनीश शंकर वाजपेयी के दिल को छू गई।
महीने भर में बदली तकदीर
रजनीश जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर बसे इस गांव के प्रधान कार्तिकेय शंकर वाजपेयी के भाई हैं। दोनों भाई गांव की पाठशाला में पढ़े। फिर रजनीश एमटेक की पढ़ाई के लिए हैदराबाद चले गए। वहां से कैलीफोर्निया में सिनोप्सिस इंफारमेशन कंपनी में जाकर अधिकारी बने। पीएम की बात सुन और अमेरिकी रहन-सहन देख उन्हें टीस के साथ अपने गांव की सुधि आई।
फिर अपने पुराने साथी योगेश साहू, जो कि वर्तमान में मुंबई की एक कंपनी में सीईओ हैं, उनके सहयोग से स्मार्ट गांव एप बनाया। इसके बाद वह एक महीने की छुट्टी लेकर पिछले साल तौधकपुर आये और यहां इसी दौरान पूरे गांव को स्मार्ट बनाने का सपना पूरा कर दिखाया।
इसलिए खास है तौधकपुर
-16 सीसीटीवी कैमरों से गांव के चप्पे-चप्पे पर रखी जाती है निगाह, कंट्रोल रूम प्रधान के घर में।
-वाई-फाई कनेक्टिविटी से लैस है गांव, अपना मोबाइल एप व वेबसाइट
-पिछले वर्ष अक्टूबर में महज 48 घंटे में बने थे 242 शौचालय
-25 लाउडस्पीकर बिजली के पोल से बांधकर बनाया गया पब्लिक एड्रेस सिस्टम। प्रसारित होती हैं सभी जरूरी सूचनाएं।
-जानकारी परक स्लोगन से सजी स्कूलों की दीवारें, शालीनता से चलती हैं कक्षाएं
मिला सबका सहयोग
तौधकपुर के ग्राम प्रधान कार्तिकेय शंकर वाजपेयी का कहना है कि गांव के विकास में जिलाधिकारी संजय खत्री, तत्कालीन सीडीओ देवेंद्र पांडेय, बीडीओ नीरज श्रीवास्तव समेत छोटे भाई रजनीश शंकर वाजपेयी का भरपूर सहयोग मिला।
तौधकपुर में 48 घटे में बने थे 242 शौचालय
मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रायबरेली के जिस तौधकपुर गांव का देश के पहले स्मार्ट गांव के रूप में जिक्र किया वहां की हर बात अनूठी है। यह गाव छोटे-मोटे शहर से मुकाबिल है। यहा के लोग अब खुले में शौच नहीं जाते। पिछले साल 12 से 14 अक्टूबर को महज 48 घंटे में यहां 242 शौचालय बनाने का रिकार्ड बना। स्कूलों की साफ-सफाई और स्लोगन लिखी दीवारें पठन-पाठन का माहौल बना रही हैं। सुरक्षा की खातिर गाव सीसीटीवी कैमरों से लैस है। इंटरनेट पर स्मार्ट गाव एप हो या स्मार्ट गाव की वेबसाइट, उस पर भी यह देखने को मिल जाएगा।
जिला मुख्यालय से करीब 35 किमी दूर लालगंज का तौधकपुर गाव लखनऊ व रायबरेली दोनों मागरें से जुड़ा है। ग्रामसभा में त्रिवेदीपुर, पूरे अवसेरी व नईबस्ती भी शामिल हैं। करीब 35 सौ आबादी वाले इस गाव में 1668 मतदाता हैं। वर्ष 2015 में लोगों ने सर्वसम्मति से प्रधान चुना। कार्तिकेय वाजपेयी प्रधान बने। फिर उन्होंने सबकी बातें सुनीं। तय हुआ कि इस गाव को सबसे न्यारा बनाया जाएगा। इसी क्रम में महिलाओं की सुरक्षा की खातिर 16 सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए। प्रधान के पास ग्रामीण शिकायतें करते थे कि उन्हें समय से योजनाओं की सूचना व जानकारी नहीं मिल पाती। इस पर प्रधान ने बिजली खंभों पर 25 लाउडस्पीकर लगवाए। इनका कंट्रोल रूम प्रधान ने आवास में बने दफ्तर को बनाया। खुले में शौच जाने से रोकने के लिए जागरूकता फैलानी हो या राशन वितरण की सूचना देनी हो, पेंशन शिविर लगना हो, खुली बैठक, टीकाकरण आदि जानकारियों को इस पब्लिक एड्रेस सिस्टम से ग्राम प्रधान स्वयं देते हैं।
प्रधानमंत्री के भाषण से मिली प्रेरणा प्रधान कार्तिकेय शकर के छोटे भाई रजनीश शकर बाजपेई अमेरिका के कैलीफोर्निया में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। वहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया था। उनके भाषण से अभिभूत रजनीश एक माह का अवकाश लेकर गाव आए और विकास का खाका खींचा। अब तौधकपुर गाव स्मार्ट गाव एप के साथ ही स्मार्ट गाव डॉट कॉम व स्मार्ट गाव डॉट ओआरजी पर भी है। आने वाले समय में ग्रामीण अपनी समस्याएं, सुझाव, आवेदन आदि सभी काम इसी एप के जरिये घर बैठे कर सकेंगे।
सबके सहयोग से मिल रही सफलता तौधकपुर के ग्राम प्रधान कार्तिकेय शकर वाजपेयी का कहना है कि गाव के विकास में जिलाधिकारी संजय खत्री, तत्कालीन सीडीओ देवेंद्र पाडेय, बीडीओ नीरज श्रीवास्तव समेत छोटे भाई रजनीश शकर वाजपेयी का भरपूर सहयोग मिला। गाव को भरसक निखारा जा रहा है।
शहरी व्यवस्थाओं को मात देता सिवनीखुर्द गांव
अब चलते हैं धमतरी, छत्तीसगढ़ के कुरुद ब्लाक स्थित सिवनीखुर्द गांव की ओर। यह पंचायत सुविधाओं के नाम पर शहरी व्यवस्थाओं को भी मात दे रही है। वह भी अपने दम पर। उपरोक्त तमाम सुविधाओं के अलावा यहां सामुदायिक भवन भी है, जिसमें ग्रामीणों के मनोरंजन के लिए 42 इंच की एलसीडी टीवी मौजूद है। जगह-जगह वाटर कूलर सिस्टम के अलावा सड़क-चौराहों पर सोलर लाइट लगी हैं तो 22 सीसीटीवी कैमरे गांव की सतत निगरानी करते हैं।
करीब 2200 की आबादी वाली इस पंचायत में दिन ढलते ही सोलर लाइट से सड़कें और गलियां जगमगा उठती हैं। गांव में पानी की टंकियों के पास वाटर कूलर लगाए गए हैं। सरपंच बलराम पटेल कहते हैं कि गांव को वह सभी सुविधाएं देने की कोशिश कर रहे हैं, जो शहरों में होती हैं। इसके लिए पंचायत फंड के साथ ही जनप्रतिनिधियों से भी सहयोग लिया जाता है और आम जन भी मदद को आगे आते हैं। पंचायत की आमदनी बढ़ाने की लगातार कोशिशें भी होती रहती हैं। जल्द ही हम मल्टी जिम भी खोलने जा रहे हैं। आपात स्थिति के लिए एक एंबुलेंस लेने की भी योजना है।